देहरादून
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अंकिता भण्डारी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर विगत 51 दिनों से क्रमिक अनशन के उपरान्त पिछले 7 दिनों से आमरण अनशनरत कांग्रेसजनों के साथ राज्यपाल हाउस में किये गये दुर्व्यवहार एवं गिरफ्तारी का विरोध करते हुए आज कैंट थाने में धरना देते हुए गिरफ्तारी दी।
जानकारी देते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी बताया कि अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में वीआईपी के नाम का खुलासा करने तथा मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला के नेतृत्व में ऋषिकेश में विगत 51 दिन से क्रमिक अनशन के माध्यम से आन्दोलन चल रहा था परन्तु सरकार द्वारा मामाले में एक भी कदम आगे न बढ़ाये जाने पर आन्दोलनकारी पिछले 7 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे थे जिनकी सरकार ने 7 दिन बाद भी कोई सुध नहीं ली जिसके विरोध में आज आमरण अनशनकारी आन्दोनकारियों ने कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास पर अनशन पर बैठने का निर्णय लिया परन्तु मुख्यमंत्री के राज्य से बाहर होने के चलते उन्होंने राजभवन के द्वार पर गुहार लगाने का फैसला किया।
मथुरादत्त जोशी ने बताया कि राजभवन के मुख्य द्वार पर बैठे अनशनकारियों को थाना कैन्ट पुलिस द्वारा जबरन उठाकर थाने लाये जाने तथा उनके साथ अभद्रता की सूचना मिलने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा महानगर के वरिष्ठ कांग्रेसजनों के साथ थाने पहुंचे तथा उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का जमकर विरोध किया जिसके चलते पुलिस द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा को अन्य कांग्रेसजनों के साथ गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया।
मथुरादत्त जोशी ने यह भी बताया कि इसके उपरान्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को विगत दिनों दून दरबार के पास हुई मारपीट की घटना में घायल बिपिन रावत की मौत की सूचना मिलने पर वे महंत इंद्रेश चिकित्सालय पहुंचे जहां पर उन्होंने इस घटना के दोषियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किये जाने तथा लक्खीबाग चौकी इंचार्ज को निलंबित किये जाने की मांग को लेकर तब तक धरना दिया जब तक चौकी इंचार्ज का निलम्बन नहीं हुआ। मुकदमा दर्ज होने तथा चौकी इंचार्ज के निलम्बन के उपरान्त प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने अपना धरना समाप्त किया।
इसके उपरान्त करन माहरा पुनः पुलिस लाईन में बेहोश पडे आन्दोलनकारियों से मिले तथा जिलाधिकारी देहरादून से दूरभाष पर वर्ता कर अनशनकारियों का मेडिकल परीक्षण करवाने की मांग की जिसके उपरान्त प्रशासन द्वारा अनशनकारियों का मेडिकल कराया गया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में भाजपा सरकार द्वारा पहले दिन से ही लीपापोती का काम किया जा रहा है। भाजपा नेता से जुडे होने के कारण पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट न लिखा जाना, फिर नियमित पुलिस और राजस्व पुलिस के बीच मामले को उलझाये रखना, दोषियों की गिरफतारी न करना और गिरफ्तारी के बाद दोषियों की कई दिन तक पुलिस रिमांड न लेना, सबूत मिटाने की नीयत से रिसार्ट में तोड़फोड करवाना, पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा पहले तोड़फोड की अनुमति से इंनकार करना तथा बाद में हामी भरना जैसे सारे बिन्दु इस मामले में भाजपा सरकार के हस्तक्षेप की ओर इशारा करता है।
श्री करन माहरा ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। पर्वतीय क्षेत्रों में अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं तथा राज्य के मुख्यमंत्री दिल्ली निकाय चुनाव में व्यस्त हैं। राज्य में एक के बाद एक जघन्य अपराध की घटनाएं घटित होती जा रही हैं चाहे अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड हो, पिंकी हत्याकांड हो, जगदीश हत्याकांड हो, श्रीनगर की बेटी की गुमशुदगी हो या केदार भंडारी गुमशुदगी का मामला हो सभी मामले राज्य की कानून व्यवस्था तथा पुलिस के नाकारापन की पोल खोल रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर से पुलिस महानिदेशक को तुरन्त पद से हटाये जाने की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है।
इस अवसर पर विधायक राजेन्द्र सिह भण्डारी, प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरादत्त जोशी, महामंत्री नवीन जोशी, गोदावरी थापली, मीडिया सहालकार अमरजीत ंिसह, मुख्य प्रवक्ता भारत जोड़ो यात्रा गरिमा दसौनी, प्रवक्ता राजेश चमोली, महानगर कार्यकारी अध्यक्ष जसविन्दर सिंह गोगी, शैलेन्द्र शेखर करगेती, शीशपाल बिष्ट, मनीष नागपाल, लक्ष्मण सिंह नेगी, रविन्द्र पुण्डीर, शकील मंसूरी, मोहन काला, नवनीत सती आदि उपस्थित थे।