इंडियन मिलिट्री अकादमी ने फिर दिये 425 सैन्य अफसर,देश को 341 और मित्र देशों को 84,मुकेश कुमार को सोर्ड ऑफ ऑनर

देहरादून

ले. जनरल सिंह ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। मुकेश कुमार को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया। दीपक सिंह को स्वर्ण, मुकेश कुमार को रजत व लवनीत सिंह को कांस्य पदक मिला। दक्ष कुमार पंत ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। किन्ले नोरबू सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर डोगराई कंपनी को मिला। इस दौरान आइएमए कमान्डेंट ले जनरल हरिंदर सिंह,डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल जगजीत सिंह मंगत समेत कई सैन्य अधिकारी मौजूद परिसर में मौजूद थे।

और अंतिम पग भरते ही भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में देश सहित मित्र देशों को मिले 341 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 425 आर्मी अधिकारी।मुख्य अतिथि के रूप में सलामी ली पश्चिमी कमान के जीओसी इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह ने।

शनिवार को पासआउट हुए सेना अफसर विभिन्न कम्पनियों में देश के बॉर्डर पर सुरक्षा में तैनात होंगे।अगर बात करें उत्तराखण्ड की तो इस बार 37 युवा सेना में अफसर बने। शहीदों को नमन करते हुए सभी सेना अफसरों और उनके परिजनों सहित देश के सभी नागरिकों को बधाई।

परम्परानुसार अंतिम पग भरते ही भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में 341 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 84 मित्र देशों के विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। पश्चिमी कमान के जीओसी इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह ने परेड की सलामी ली। पासआउट हुए ये अफसर देश की अलग अलग सेना की कम्पनियों में सरहद पर सुरक्षा में तैनात होंगे।

कोरोना काल के बीच आईएमए देहरादून मे यह तीसरी पासिंग आउट परेड है। कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए इस बार भी सेना अफसरों और उनके परिजनों ने पीओपी में हिस्सा लिया। इसके लिए अलसुबह से ही आईएमए में गहमागहमी शुरू हो गई।सुबह मार्कर्स कॉल के साथ ही परेड शुरू हुई। कंपनी सार्जेट मेजर जयदीप सिंह, शिवजीत सिंह संधु, पीडी शेरपा, राहुल थापा, सक्षम गोस्वामी व जीतेंद्र सिंह शेखावत ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह मौजूद थे। 8 बजते ही एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढ़ाते परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर दीपक सिंह ने ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे।

ले. जनरल सिंह ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। कदमताल करते हुए 425 जेंटलमैन कैडेट अंतिम पगबाधा को पार करते हुए पासिंग आउट हो गए। इसके साथ ही भारतीय सेना को 341 युवा सैन्य अधिकारी मिल गए। परेड के उपरांत आयोजित होने वाली पीपिंग व ओथ सेरेमनी के बाद पास आउट बैच के 425 जेंटलमैन कैडेट बतौर लेफ्टिनेंट देश-विदेश की सेना के अभिन्न अंग बन गए। इनमें 341 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थल सेना को मिले। बाकी 84 युवा सैन्य अधिकारी नौ मित्र देशों अफगानिस्तान, तजाकिस्तान, भूटान, मारीशस, श्रीलंका, वियतनाम, टोंगा, मालदीव और किर्गिस्तान की सेना के अभिन्न अंग बनेंगे।

उल्लेखनीय है कि अब तक देश और दुनिया को 63 हजार से ज्यादा सैन्य अफसर दे चुका है आईएमए। अभी तक आइएमए के नाम देश-विदेश की सेना को 63381 सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इनमें मित्र देशों को मिले 2656 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं। अंतिम पग भरते सेना अफसरों के ऊपर हेलीकॉप्टरों से पुष्प वर्षा देखने लायक थी।

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