देहरादून
युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना अंकिता भण्डारी हत्याकांड में शामिल वीआईपी के नाम उजागर करने व सीबीआई की माँग व विधानसभा भर्ती घोटाले में दोषियों पर कार्यवाही की माँग को लेकर धरना 46वें दिन व आमरण अनशन 13वें दिन जारी रहा समर्थन देने पहुंचे ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर व आईडीपीएल आवासीय कल्याण समिति ने धरना स्थल पहुंचकर समर्थन दिया ।
आमरण अनशन पर बैठी 12वें दिन कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला, वन्दे मातरम संस्थापक जितेन्द्र पाल पाठी, शिक्षाविद संजय सिलस्वाल व भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष यशवंत सिंह रावत व युवा सूरज कुकरेती बैठे।
क्रमिक अनशन पर शिक्षाविद मदन कुमार शर्मा व युवा समाजसेवी प्रवीण जाटव बैठे ।
समर्थन देने पहुंचे ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर ने कहा कि मैं सभी युवा न्यास संघर्ष समिति के सदस्यों को सलाम करता हूं कि उन्होंने इस गूंगी बहरी सरकार के सामने अंकिता को न्याय दिलाने व बेरोज़गार योग्य युवाओं के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए इतना बड़ा कदम उठाया और आज हमें जबकि स्वास्थ्य शिक्षा व सड़कों की माँग के लिए धरने पर बैठना चाहिए था परन्तु आज हम अपनी उत्तराखंड की बेटी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर बैठना पड़ रहा है, रवि बहादुर ने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से पूँजीपतियों की सरकार है और यहाँ गरीब की कोई सुनवाई नहीं है नौकरी बेची जा रही है न्याय मिल नहीं रहा है और जो न्याय माँगता है उन पर ही कार्यवाही करने वाली है ये सरकार, इस सरकार में न्याय की उम्मीद अब जनता ने छोड़ दी है ।
विधायक ने कहा कि मैं आपसे वादा करता हूँ कि कल से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में हम सबसे पहले अंकिता हत्याकांड पर सरकार से सवाल उठाने का काम करेंगे, विपक्ष एकजुट होकर बहन अंकिता को न्याय दिलाने के लिए सरकार के सामने आवाज उठाएगी।
आईडीपीएल आवासीय कल्याण समिति की सदस्या सारिका कुठलैहडिया ने कहा केंद्र सरकार जो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करती है फिर भी हमारे राज्य में हमारे शहर में हमारी बेटी सुरक्षित नहीं है और आने वाले समय में अगर ऐसा ही चलता रहा तो हमारी बेटी हमारी बहन अपने आप को सुरक्षित महसूस कैसे कर पाएगी शासन-प्रशासन इतना निर्दयी हो चुका है कि बहन अंकिता को न्याय दिलाने के लिए यह पैसे वालों के दबाव में इतना दब चुके हैं कि इनका खुद का स्वाभिमान गिर चुका है अंकिता भंडारी की हत्या को 2 महीने से अधिक का समय हो चुका है फिर भी उसकी हत्याकांड में शामिल वीआईपी का नाम का उजागर नहीं हुआ है हमारी समाजिक कल्याण समिति इस सरकार का पुरजोर विरोध करती है और अपनी बेटी बहन अंकिता को न्याय दिलाने की मांग करते हैं ।
धरने पर पार्षद मनीष शर्मा, पार्षद राकेश सिंह, पार्षद गुरविन्दर सिंह गुरी, पार्षद राधा रमोला, पार्षद जगत नेगी, पार्षद भगवान सिंह पंवार, पार्षद शकुन्तला शर्मा, पार्षद विजयलक्ष्मी शर्मा, संजय गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र भण्डारी, एकांत गोयल, गौरव राणा, विक्रम भंडारी, डी एस भंडारी,सचिन शर्मा,रविंद्र प्रकाश भारद्वाज,लक्ष्मी बुडाकोटी,पीताम्बर दत्त बुडाकोटी,विमल नौटियाल,जया डोभाल,रविंद्र कौर,विमला देवी,हेमा सती,कुंती गुसाई,जन्म देव रावत,भगवती चमोली,जशोदा नेगी, सुलोचना कुकरेती,अनिता कुक्शाल,सरोती,लिंगवाल,उर्मिला,कमला असवाल,सारिका,किरण त्यागी,बीरा कठेत,गुड्डी डबराल,सरोजनी रावत ,लक्ष्मी कठेत,सारिका, कृष्णा राजभर,उर्मिला गुप्ता ,नीलम चदानी,मीनाक्षी, मौली, कुसुम थापा,उपमा रतूड़ी,हेमा रावत,कादंबरी कोठियाल,शीला देवी कुकरेती,राजेश्वरी भट्ट,नंदनी भंडारी,हेमा,शीला ध्यानी,विमला सेमवाल,राजेश्वरी चौहान,कमला,राजेश्वरी बिष्ट,रामेश्वरी रावत ,सुच्चा गुप्ता , सुर्वेश्वरी कठेत,उषा चौहान,
शकुंतला देवी , कुसुम जोशी,मनोज गुसाई ,वीर सिंह नेगी , सुरेंद्र सिंह नेगी , विनोद सेमवाल ,महेंद्र स्वरूप , सागर मनवाल , अंकित, अजय पुंडीर , कमलेश शर्मा , अशोक शर्मा , हिमांशु रावत , सौरभ वर्मा, राहुल पांडे , एम एम शाह, हेमा रावत, अजय कुमार ,अशोक कुमार , जगजीत सिंह , जनार्दन प्रसाद , ओम रतूड़ी, अंशुल पोखरियाल, सावित्री, देनी, अशोक शर्मा, चन्द्रकान्ता जोशी, दीपा चमोली, अल्का क्षेत्री, सविता शर्मा आदि मौजूद रहे।