देहरादून
होली के रंगों में मिले केमिकल्स आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। आप खुद घर पर प्राकृतिक वस्तुओं के इस्तेमाल से त्वचा पर होने वाले विपरीत प्रभाव से बच सकते हैं। हमने इस बाबत एशिया के सोशल इनोवेटर अवार्ड ऑफ द ईयर, 2021 से सम्मानित वैज्ञानिक एवम शोधकर्ता डॉ. बृजमोहन शर्मा से बातचीत की तो उन्होंने कुछ आसान विधियां बताई जिनमे हम घर पर उपलब्ध चीजो से आसानी से कच्चे पक्के,गीले सूखे रंग एवम गुलाल बना सकते हैं।
इस प्रकार बनाये होली के प्राकृतिक रंग-
सूखे रंग बनाने की विधि –
हरा रंग 💚
सामग्री-
1. धनियें के पत्ते रंग की मात्रा के अनुसार
2. आरारोट का आटा।
बनाने की विधि-
🍀धनिये के पत्तों को बारीक काटकर ग्राइन्ड कर लें।
🍀अब निकले रस को छन्नी से छान कर एक कटोरे में निकाल लें।
🍀 इस रस में 2 बडे चम्मच आरारोट का आटा डालकर अच्छे से मिक्स कर लें।
🍀अब इस मिश्रण को छाँव में अच्छी तरह सूखाकर प्रयोग करें।
नोट👉धनिये की मात्रा एवं आरारोट की मात्रा रंग की मात्रा पर आधारित होगी। हमनें एक गड्डी धनिये के पत्तों के रस में 2 कटोरा आरारोट का आटा मिलाया।
पीला रंग 💛
सामग्री-
1. हल्दी पाउडर।
2. आरारोट का आटा।
3. पानी।
बनाने की विधि-
🥐 1 चम्मच हल्दी लें एवं उसमें पानी की इतनी मात्रा मिलाएं जिससे यह एक मोटा पेस्ट बने।
🥐 अब इस पेस्ट में आवश्यतानुसार आरारोट का आटा मिलाएं और अच्छे से मिक्स कर लें।
🥐 मिक्स करने के पश्चात् इसे छाँव में भली-भाँती सूखाकर प्रयोग करें।
नोट👉बाजारों में उपलब्ध हल्दी में मेटानिल येलो जैसे रासायन होते है। अतः हमें ध्यान देना होगा कि प्रयोग कि जाने वाली हल्दी की गुणवत्ता अच्छी हो।
हल्का गुलाबी के लिए सामग्री💗
1 चुकन्दंर,आरारोट का आटा।
रंग बनाने की विधि-
☘️एक चुकन्दर लें उसे ग्रेटर की सहायता से कस लें या बारीक काटकर ग्राइन्ड कर लें।
☘️अब इसे छानकर रस निकालकर आरारोट के आटे में मिला लें।
☘️अच्छी तरह से मिक्स करने के पश्चात् छाँव में सूखाकर प्रयोग करें।
गुलाबी रंग सामग्री….
बनाने की विधि…
🌹गुलाब की पंखुडियों को धूप में सूखाए जब वे क्रिस्पी हो जाये तो उनका पाउडर बना लें और प्रयोग कर लें।
🌹यदि आवश्यक हो तो मात्रा बढानें के लिए आरारोट का आटा भी मिला सकते है।
सूखे रंग बनाने की अन्य विधियाँ…
👉सूखे नील को आरारोट मुल्तानी मिटटी में मिलाकर नीला रंग बनाया जा सकता है।
👉 रोली को आरारोट मुल्तानी मिटटी में मिलाकर लाल रंग बनाया जा सकता है।
👉 हल्दी को आरारोट मुल्तानी मिटटी में मिलाकर पीला रंग बनाया जा सकता है।
👉 मेंहदी पाउडर को आरारोट मुल्तानी मिटट्ी में मिलाकर हरा रंग बनाया जा सकता है।
👉हरा रंग बनाने के लिए मेंहदी या गुलमोहर की पत्तियों को पीसकर हरा रंग बना सकते हैं।
👉 पुदीना, पालक, धनिया पीसकर हरा रंग बना सकते है।
प्राकृतिक या जैविक गीले रंगो को बनाने के सरल व घरेलू तरीकें…
👉हरा रंग बनाने के लिए मेंहदी या गुलमोहर की पत्तियों को पीसकर पानी में मिला देने से गीला हरा रंग बनाया जा सकता है।
👉पुदीना, पालक, धनिया पीसकर हरा रंग बना सकते है।
👉लाल चंदन को पानी में घोलकर लाल रंग बनाया जा सकता है
👉चुकंदर को काटकर पानी में भीगाने से मर्जेन्टा (रानी) रंग बनाया जा सकता है।
👉कचनार के फूल को पानी में उबालने से गुलाबी रंग बनता है
👉टेसु या प्लास के फूल पानी में उबालने से नारंगी रंग बनता है।
👉कत्था चाय कॉफी पानी में मिलाने से भूरा रंग बनता है।
👉गुलाब की पंखूडियों को पानी में भीगाने से गुलाबी रंग बनता है।
चुकंदर से रंग बनाने की विधि-🍅
👉 चुकन्दर लें उसे ग्राइंडर की सहायता से कस लें या ग्राइन्ड कर लें।
👉 मिश्रण को छन्नी से छान लें और रस अलग कर लें।
👉 यदि आप इस मिश्रण से पानी की मात्रा में परिवर्तन कर अलग-अलग शेडस निकाल सकते हैं।
नोट…
1. ग्राइन्ड करते समय ध्यान दें कि ग्राईन्डर साफ हो उसमें मिर्च या अन्य कोई तत्व न हो।
2. कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखकर होली मनाये।
इस होली क्या न करें-
👉इंजन ऑयल या मॉबी ऑयल से बचें।
👉गहरे पक्के रंगों के प्रयोग से बचें।
👉पानी की होली खेलने से बचें व पानी व्यर्थ न बहायें।
👉कीचड गोबर के इस्तेमाल से बचें ऐसा न करने पर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।
👉पानी से भरे गुब्बारे के प्रयोग से बचें।
👉रासायनिक रंगो का प्रयोग न करें न करने दें।
👉शराब व नशीलें पदार्थों के सेवन से बचें।
बरती जाने वाली सावधानियां-
👉शरीर व बालों पर तेल व क्रीम का प्रयोग करना हितकर रहेगा।
👉शरीर को पूर्णतः ढककर होली खेलना हितकर रहेगा।
👉आंखों में धूप के चश्में का उपयोग हितकर रहेगा।
👉रंग छुडाने के लिए गर्म पानी का प्रयोग हितकर रहेगा।
👉गहरे रंगों को छुडाने के लिए दही और बेसन के लेप का प्रयोग हितकर रहेगा।
👉चेहरे व हाथों पर वेसलीन जैली का प्रयोग रंग लगाने से पहले हितकर रहेगा।
👉सिर को टोपी या रूमाल ढककर रखना हितकर रहेगा।
👉आंखो पर रंग पडने पर आंखो को न मसलना बल्कि सादे पानी से आंखो को धोना हितकर रहेगा।
👉दांतों को रंग से बचाने के लिए डेन्टल कैप का प्रयोग करना हितकर रहेगा।
👉जब चेहरे पर रंग फेंका जाये तो आंखो और मुंह को बन्द रखें।
👉वसा युक्त भोजन अधिक मात्रा में खाने से बचें।
👉बाजार के बने मावे की मिठाईयों को खाने से परहेज करें।
👉बार-बार अपने चेहरें को धोने से बचें ताकि चेहरे को नुकसान होने से बयाचा जा सके।