देहरादून
देहरादून महानगर बस सेवा द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि सूचना के अधिकार के तहत हुए खुलासे में झाझरा से रायपुर मार्ग को आरटीओ द्वारा कहा जा रहा हैं कि यह मार्ग सिटी बसों के लिए बनाया गया हैं। जबकि इस मार्ग को आरटीए/एसटीए द्वारा शासन को सिटी बस मार्ग बनाने के लिए अनुरोध ही नहीं किया गया।
लेकिन आरटीओ देहरादून द्वारा जान बूझकर कर इस मार्ग को सिटी बस मार्ग बनाकर कई बसों को टेम्परेरी परमिट जारी कर उनका पूर्व का 2 लाख रुपए का पुराना टैक्स और अभी 2 महीने का भी टैक्स माफ कर दिया गया है।
जबकि 1992 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा देहरादून महानगर सिटी बस मॉडल योजना को संस्तुति दी गई थी इस मॉडल योजना में सिटी बसों के मार्ग निर्धारण एवं संचालन के लिए कमेटी गठित करने को कहा था इस कमेटी में 1 अध्यक्ष,2 उपाध्यक्ष 14 सदस्य होने थे।
लेकिन आरटीए/आरटीओ देहरादून द्वारा यह सब पूर्व से ही छुपाया गया ताकि हमारी मनमानी पर किसी भी कमेटी का दखल ना हो और हम अपना हित साध सके।
विजयवर्धन डंडरियाल अध्यक्ष MBS ने बताया कि हमारे द्वारा मुख्यमंत्री और सचिव परिवहन से आरटीओ देहरादून की शिकायत की गई है कि जो आरटीओ देहरादून द्वारा गाड़ी मालिकों का 2 लाख रुपये और अभी 2 माह का कर माफ किया गया हैं,आरटीओ के वेतन से कटौती की जाए और समय-समय पर आरटीओ देहरादून का जो भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है इसकी जांच की जाए और इनका दूसरे संभाग में स्थानांतरण किया जाए जिससे कि यहां पर जांच में बाधा ना उत्पन्न कर सकें। और पीड़ितों को न्याय मिल सके।