देहरादून
18 जनवरी की सुबह 4/5 बजे के बीच उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारी शहीद रविन्द्र रावत (पोलू) की माता मंगला रावत (70) का अकस्मात निधन हो गया। जिनकी अंत्येष्टि ऋषिकेश में गंगा के किनारे पूर्णानंद घाट पर की गई।
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा उनके निधन पर दुःख वयक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मंच के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से शहीद पोलू की माता मंगला महन्त इंद्रेश हस्पताल में भर्ती थी जहां उनका इलाज चल रहा था।
उन्होंने परिवार के बारे में बताते हुए जानकारी दी कि उनकी दो पुत्रियों की शादी हो चुकी थी इसलिए वह अकेली ही B ब्लॉक नेहरू कालोनी में अपने आवास में रह रही थी।
बताते चले की वर्ष 2016 में उनके पति कुन्दन सिंह रावत का देहांत हो गया था। श्रद्धांजली देते हुए मंच के अध्य्क्ष जगमोहन सिंह नेगी और वरिष्ठ आंदोलनकारी केशव उनियाल ने कहा कि राज्य पर कुर्बानी देने वाले शहीद रविन्द्र रावत (पोलु)की माता को शत शत नमन है जिन्होंने ऐसे पुत्र को जन्म दिया। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में 2 अक्तूबर 1994 को मुजफ्फरनगर में पुलिस की गोली से शहीद हुआ रविन्द्र रावत (पाेलू) अपनी दो बहनों का इकलौता भाई था। शहीदों के त्याग का उत्तराखंड सदैव ऋणी रहेगा।
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की साथ ही प्रार्थना की कि ईश्वर परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
श्रद्धांजली सभा में मुख्य रूप से राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी , प्रदेश प्रवक्ता व जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती , केशव उनियाल , सुमन भण्डारी, कमल गुसाई , कुलदीप नेगी , रामलाल खंडूड़ी , मनीराम गोदियाल , विक्रम भंडारी , रूकम पोखरियाल , वेदा कोठारी , चन्द्र किरण राणा , मोहन रावत , नवनीत गुसाई , जबर सिंह पावेल , सुरेश नेगी , सतेन्द्र भण्डारी , सुमित थापा , भानू रावत , जागेश ममगाई, प्रभात डंडरियाल , सुरेश कुमार , पुष्पलता सिलमाना , सुलोचना भट्ट , राधा तिवारी , प्रभा नैथानी , प्रमिला आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।