देहरादून
भारतीय जनता पार्टी के मजदूर सगठन आयुध निर्माणी मजदूर संघ के प्रधान सहित तीन दजर्न सदस्यों ने संघ से इस्तीफा देकर मजदूरों के सबसे संगठन आयुध निर्माणी कर्मचारी यूनियन का हाथ थामा।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि इंटक के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व कबीना मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने अपने सम्बोधन में कहा कि जबसे भाजपा ने देश व राज्य में कमान संभाली है तब से लगातार मजदूर का उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज लगातार मजदूरों के हितों पर हमले हो रहे हैं। देश भर में तमाम सरकारी कल कारखाने निजी हाथों में सौंपने की साजिश रची जा रही है। देशभर की आयुध निर्माणियों का निगमीकरण किया जा रहा है जिससे कि देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। सरकार आयुध निर्माणियों को पूंजीपतियों को सौंप कर देश को खोखला करने में लगी है। देश को कंगाल करने की साजिश रची जा रही है।
वहीं दूसरी ओर किसानों का गला घोंटा जा रहा है, बेरोजगारी चरम पर है। देश अस्थिरता के दौंर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आएगी और सब कुछ ठीक रहा तो मजदूरों के हितों के लिए हर संभव प्रयास किए जाऐंगे। इस अवसर पर मजदूर संघ छोड़कर आए संघ के प्रधान महेन्द्र चाैहान ने कहा कि वे भाजपा की मजदूरि विरोधी नीतियों से पेरशान होकर साथियों सहित मजदूर संघ को छोड़कर आए हैं।
उन्होंने इंटक का हाथ थामने को सही कदम बताते हुए कहा कि आज इंटक ही एसा संगठन हो कि मजदूरों की हितों की बात करता है। चौहान ने कहा कि हमारी पूरी आस्था इंटक के साथ है और आने वाले दिनों में आयुध निर्माणी कर्मचारी यूनियन निर्माणी के कामगार साथियों के हित के लिए हर तरह संघर्ष के तैयार रहेगा। इससे पूर्व आयुध निर्माणी कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने सभी अतिथियों और यूनियन में शामिल होने वाले नये सदस्यों का मार्ल्यापण कर स्वागत किया।
इस अवसर पर INDWF केे वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरदयाल सिंह, आयुध निर्माणी कर्मचारी यूनियन के पूर्व प्रधान एल आर आर्य व वर्तमान प्रधान विश्वनाथ गौड़ ,ओएलएफ कर्मचारी युनियन के अध्यक्ष नीरज त्यागी, मनेाज पुण्डीर, मनोज कार्की, सुभाष चंद, एस के सुमन, मौ हारून, हिमांशु पाण्डे, समेत अन्य लोगो के साथ प्रभु लाल बहुगुणा भी शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन कमर्चारी यूनियन के महामंत्री कलीम अहमद ने किया।