देहरादून
कंपनियों की रोज रोज की मनमानियों के चलते आजीज आ चुका उत्तराखंड का वीआईपी नगर निगम दून अब हल्द्वानी की तर्ज पर सफाई व्यवस्था को बदलने जा रहा है।
सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने का जिम्मा निगम प्रशासन बैंणी सेना को देने की योजना को अमलीजामा पहनाने जा रहा है। महिला स्वयं सहायता समूहों की यह बैंणी सेना घर-घर कूड़ा उठान, सड़कों-गलियों की सफाई, कूड़ा निस्तारण की निगरानी करेगी। साथ ही कूड़ा उठान के शुल्क वसूली की जिम्मेदारी भी बैंणी सेना की होगी। नगर निगम द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है।
पिछले वर्ष नवंबर में हल्द्वानी में बैंणी सेना के तहत 57 महिला स्वयं सहायता समूहों को शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसके बाद शहर को स्वच्छ बनाने और व्यवस्थित तरीके से कार्य करने की दिशा में अप्रत्याशित बदलाव आया। घर-घर कूड़ा उठान से लेकर मुख्य मार्गों व मोहल्लों की सफाई व्यवस्था तो सुधरने के साथ ही नगर निगम की शुल्क वसूली में भी ठीकठाक वृद्धि दर्ज की गई। और हल्द्वानी नगर निगम की वार्षिक राजस्व वसूली कई गुना बढ़ गई।
महिला स्वयं सहायता समूहों की इस बैंणी सेना ने घर-घर कूड़ा उठान, सड़कों की सफाई, कूड़ा निस्तारण की निगरानी करते हुए
देशभर के शीर्ष 50 निकायों में भी हल्द्वानी का नाम शामिल हो गया। इसको देखते हुए नगर निगम देहरादून ने भी बैंणी सेना बनाने की तैयारी कर ली है। नगर आयुक्त मुनज गोयल ने बताया कि इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। महापौर की
स्वीकृति के बाद इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। दून के 100 वार्डों में व्यवस्था बनाने के लिए कम से कम 50 स्वयं सहायता समूह नियुक्त किए जा सकते हैं। सामान्यतः हर समूह में 10 महिलाएं शामिल होंगी, जिन्हें नगर निगम के वार्डों में यूजर चार्ज वसूलने, विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के साथ ही आमजन को जागरूक करने की जिम्मेदारी दी जाएगी।