देहरादून
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा आढ़त बाजार के तत्वधान में पांचवें गुरु अरजन देव का शहीदी पर्व संगत ने घरों से सुखमनी साहिब का पाठ एवं संसार के भले के लिए अरदास की कि कोरोना संक्रमण से जल्दी मुक्ति मिले।
प्रातः 3:00 से दरबार श्री अमृतसर से प्रसारित भाई गुरदेव सिंह एवं भाई सतिंदर वीर सिंह द्वारा गायन शब्द कीर्तन श्रवण किया। हैड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह थल ने यूट्यूब चैनल के माध्यम से संदेश दिया कि अरजन देव महाराज का प्रकाश 15 अप्रैल 1563 को चौथे गुरु रामदास एवं माता भानी के घर हुआ जिन्होंने दरबार श्री अमृतसर की नीव रख वाई एवं श्री गुरु ग्रंथ साहिब का संपादन भाई गुरदास जी के सहयोग से किया जिसमें शहीदों के सरताज गुरु अरजन देव जी की वाणी 30 रागों में दर्ज है जो कि इंसान को भ्रमों एवं जात पात से बचाती हुई प्रभु से मिलाती है। सन 1606 में लाहौर में जब जुल्म के विरुद्ध धर्म एवं मनुष्यों के हकों की रक्षा हेतु गर्म लौह पर बैठकर गर्म रेत एवं उबलती देगों में बैठ कर शहीदी प्राप्त की ।इस अवसर पर हैड ग्रंथी गुरुद्वारा पटेल नगर एवं हैड ग्रंथी गुरुद्वारा रेसकोर्स ने भी यूट्यूब चैनल पर संगतो को गुर इतिहास श्रवण कराया। इस अवसर पर गुरुद्वारा की संगत द्वारा जरूरतमंदों को मास्क सैनिटाइजर एवं राहगीरों को ऐप्पी वितरित की गई ।
सहयोग करने वालों में प्रधान राजेंद्र सिंह राजन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, सुरजीत सिंह , मनजीत सिंह, गुरबक्श सिंह राजन, चरणजीत सिंह, जसपाल सिंह , राजेंद्र सिंह राजा , सेवा सिंह मठारू आदि शामिल थे।