उत्तरकाशी के एक गांव मे शराब के विरोध में उतरे लोग,अब पीने पिलाने वालों का होगा सामाजिक बहिष्कार,साथ में जुर्माना 51 हजार

देहरादून/उत्तरकाशी

प्रतिदिन शराब को लेकर टूटते बिखरते परिवारों की खबरे सुनने को मिलती ही रहती हैं।

समाज में प्रचलित इन कुरूतियों और बुराइयों को दूर करने के लिए सामूहिक तौर पर किये गये प्रयास देर सवेर अवश्य सफल होते ही हैं। लेकिन इस बुराई को रोकने के लिए समाजिक विरोध भी आवश्यक हो जाता हैं। लेकिन अगर समाज के द्वारा किसी भी समारोह में शराब का चलन रोकने के लिए किए गए प्रयास तरफ के लायक ही होते हैं ।

इसे ही शराब के चलन को दूर करने के लिए उत्तरकशी के धौंतरी गाजणा क्षेत्र में ग्राम पंचायत सिरी में शादी विवाह समारोह, चूडाकर्म संस्कार व अन्य समारोह में शराब पर प्रतिबंध लगाने को लेकर ग्राम प्रधान जीतम रावत की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई।

इस बैठक में महिला मंगल दल, युवक मंगल दल और सभी वार्ड सदस्यों ने इस प्रस्ताव को सर्वसम्मत से पारित किया। किए गए निर्णय के अनुसार समारोह में शराब परोसने पर जुर्माना तो लगेगा ही साथ में सामाजिक विरोध करते हुए गांव का कोई भी व्यक्ति समारोह में शामिल ही नहीं होगा।

शराब पर प्रतिबंध के नियम के बारे में ग्राम पंचायत सिर, राजस्व गांव ढुंग, कोनगढ़, वाल्या धौन्तरी में ग्राम प्रधान जीतम रावत ने बताया कि इस निर्णय को लेकर ग्रामीणों तथा महिला मंगल दलों में खुशी है। युवा मंगल दल और सभी वार्ड सदस्यों ने शराब प्रतिबंध के प्रस्ताव को पूरा समर्थन और सहमति दी है।

ग्राम प्रधान जीतम के अनुसार बैठक में निर्णय लिया गया कि 26 फरवरी 2023 से यह नियम गांव में लागू किया जा रहा है जिसमें कोई भी परिवार या व्यक्ति शादी विवाह एवं चूडाकर्म संस्कार आदि कार्यक्रम में शराब नहीं न परोसेगा और न ही पिलाएगा। अगर किसी भी परिवार के शादी विवाह एवं चूडाकर्म संस्कार आदि समारोह में शराब पीने पिलाने की शिकायत मिली तो उसके कार्यक्रम में कोई ग्रामवासी

नहीं जाएगा और साथ में उस परिवार को 51 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा।

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