देहरादून/दिल्ली
वीरवार सांय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के सभी मुख्यमंत्रीयों से बढ़ते कोविड के मामलों के दृष्टिगत राज्यों की तैयारियों व व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि ऑमिक्रान तेजी से संक्रमित करता है। हमें सावधान, सतर्क रहना है और पैनिक की स्थिति न बने इसका भी ध्यान रखना होगा। त्यौहारों के इस मौसम में लोगों और प्रशासन की अलर्टनेस कहीं से भी कम नहीं होनी चाहिए। जिस प्रकार केन्द्र और राज्य सरकारों ने प्रो एक्टिव व कलेक्टिव अप्रोच अपनाई है वहीं इस समय की जीत का मंत्र है। इस संक्रमण को हम जितना सीमित रखेंगे परेशानी उतनी ही कम होगी।
कोरोना के लड़ने का सबसे कारगर हथियार वैक्सीन ही है। भारत में बनी वैक्सीन दुनिया भर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही है और भारत अपने 92% व्यस्क नागरिकों को पहली डोज़ दे दुका है। दूसरी डोज़ की कवरेज भी 70% तक पहुंच चुकी है। भारत 10 दिन के भीतर ही 3 करोड़ किशोरों का भी टीका कर चुका है। राज्यों के पास पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है।
हम अपने अपने राज्यों के फ़्रंट लाइनर्ज़ व वरिष्ठ नागरिकों की बूस्टर डोज़ लगाने की चिन्ता करें। टीकाकरण को लेकर भ्रम फैलाने की किसी भी कोशिश को टिकने नहीं देना है। अफ़वाओं को काउंटर करने की आवश्यकता है।
इस लड़ाई में अब हमारे पास दो साल का अनुभव और देश व्यापी तैयारी भी है। सामान्य लोगों की आजीविका व आर्थिक गतिविधियों को कम से कम नुकसान हो, अर्थ व्यवस्था की गति बनी रहे, कोई भी रणनीति बनाते समय इन बातों को ध्यान रखें। ट्रेकिंग और ट्रीटमेन्ट ही संक्रमण को थामने की उचित प्रक्रिया है। कई राज्य सरकार नए अच्छे अच्छे प्रयोग कर रही है, टैलीमैडिसीन का ज्यादा से ज्यादा उपयोग मरीज़ों को मदद देगा।
केंद्र सरकार सभी राज्य सरकारों के साथ खड़ी है, पाँच महीने पहले 23 हजार करोड़ रुपए के विशेष पैकिज का सदुपयोग करते हुए अनेक राज्यों ने हैल्थ इन्फ्रा को सशक्त किया।
ऑमिक्रान से निपटने के साथ-साथ हमें आने वाले कोई और सम्भावित वैरीयंट के लिए अभी से तैयारी शुरू करनी चाहिए और आपस का समन्व्य बनाए रखना चाहिए।
हम सभी सामान्य नागरिकों के सहयोग से, इन परिस्थितियों को भी सफलता से पार करेंगे।