देहरादून
सीएम तीरथ सिंह रावत को बीजापुर हाउस में हेमकुंट फाउंडेशन,हंस फाउंडेशन और सन्त निरंकारी मंडल की ओर से कोरोना से लड़ने के लिए ऑक्सिजन,किट ,ऑक्सीमिटर,कन्संट्रेटर सहित आदि सामग्री उपलब्ध करवाई जो कि संस्थाओं द्वारा प्रदेश के दूरदराज इलाकों तक पहुँचाया जा रहा है।
हेमकुंट फाउंडेशन द्वारा 55 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, 54 ऑक्सीजन सिलिंडर, पीपीई किट व अन्य सामग्री भेंट की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हेमकुंट फाउंडेशन की ओर से भेंट किए गए इस सामान को पहले चरण में चमोली व उत्तरकाशी भेजा जा रहा है।
फॉउंडेशन की तरफ से इन ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, सिलिंडर के लिए टेक्नीशियन भी उपलब्ध कराया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस अवसर पर हेमकुंट फाउंडेशन के डायरेक्टर हरतीरथ सिंह,उत्तराखंड समन्वयक संजय कुमार आदि उपस्थित रहे।
वहीं हंस फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को 40 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, 60 नेबोलाइजंर मशीन, 500 ऑक्सिमीटर, 448 डिजिटल थर्मोमीटर, 587 पीपीई किट 587, 50 इंफ्रारेड थर्मोमीटर, ऑक्सीजन मास्क 300, सर्जिकल मास्क 3250,सेनिटाइजर 170, स्टीमर 100, बीपी मशीन 20 व अन्य सामग्री भेंट किए। इस सामग्री को रुद्रप्रयाग जनपद के लिए भेजा जा रहा है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी आदि उपस्थित रहे।
देहरादून। संत निरंकारी मंडल देहरादून की ओर से आज 40 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को भेंट किए गए। इनमें से 20 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स गढ़ी कैंट बोर्ड की ओर से संचालित हॉस्पिटल व अन्य पर्वतीय जिलों में अस्पतालों को भेजे जाएंगे।
बीजापुर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में संत निरंकारी मंडल के मसूरी जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह व हेमराज ने मुख्यमंत्री को ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स भेंट किए। इस अवसर पर कैबिनेट मिनिस्टर सुबोध उनियाल, गणेश जोशी भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में सभी अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजन व अन्य संसाधन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की गति कुछ धीमी हुई है। पर्वतीय जिलों में कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव स्तर पर ग्राम समितियां बनाई गई हैं। सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का जोर ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग कराने पर है। लोगों को चाहिए कि वे बगैर संकोच टेस्टिंग कराएं। सरकार की ओर से किट भी उपलब्ध कराई जा रही है ताकि प्राथमिक उपचार घर पर ही मिल सके।