ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अंतर्गत बनने वाले रेलवे स्टेशनों की संख्या में इजाफा किया गया है। अब इस परियोजना में 12 की जगह 13 रेलवे स्टेशन बनाये जाएंगे।
लोगों की विशेष मांग थी कि वीर भड़ माधो सिंह भंडारी की वीर गाथा और बलिदान की तपस्थली मलेथा गांव के पास जनासू में भी रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जाय।
रेलवे परियोजना प्रबंधक ओम प्रकाश मालगुडी ने बताया कि देवप्रयाग से मलेथा के बीच ज्यादा दूरी होने के कारण से भी जनासू में रेलवे स्टेशन बनाने का निर्णय लिया गया है। इससे निकटवर्ती ग्रामीणों को भी परियोजना का लाभ मिल सकेगा। बता दें कि मलेथा गांव में पहले ही रेलवे स्टेशन प्रस्तावित है। इसके अलावा पौड़ी जिले में श्रीनगर और धारी देवी में भी रेलवे स्टेशन बनाया जाना है। इस तरह अब पौड़ी जिले में सबसे अधिक चार रेलवे स्टेशन बनेंगे।
रेल विकास निगम के परियोजना प्रबंधक मालगुडी ने बताया कि पैकेज-4 में देवप्रयाग से जनासू तक 14.5 किलोमीटर लंबी टनल (सुरंग) का निर्माण किया जाना है। इसी के तहत जनासू में रेलवे स्टेशन प्रस्तावित है।
अब देहरादून जिले में दो स्टेशन वीरभद्र रेलवे स्टेशन और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन टिहरी जिले में तीन रेलवे स्टेशन शिवपुरी, व्यासी, और देवप्रयाग होंगे। वहीं, पौड़ी जिले में सबसे अधिक चार रेलवे स्टेशन जनासु, मलेथा, श्रीनगर (चौरास) और धारी देवी होंगे। रुद्रप्रयाग जिले में सुमेरपुर और घोलतीर दो रेलवे स्टेशन और चमोली में भी गौचर और कर्णप्रयाग (सेवई) दो रेलवे स्टेशन बनेंगे।