देहरादून/ऋषिकेश
प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत स्वच्छ जल स्वच्छ मन परियोजना के दूसरे चरण में आज संत निरंकारी मंडल ब्रांच ऋषिकेश द्वारा जानकी सेतु से रामझूला तक सभी घाटों एवं मुख्य मार्ग पर सफाई अभियान चलाकर स्वच्छ किया गया।
संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा आज जनकी सेतु से रामझूला एवं शत्रुघन घाट व मरीन ड्राइव पर सघन सफाई अभियान चलाकर साफ किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः प्रार्थना के पश्चात ग्रुप बनाकर मुख्य मार्ग और घाटों की झाड़ू लगाकर सफाई की गई। एसएनसीएफ के वॉलिंटियर्स ने सभी घाटों पर रामसेतु से लेकर रामझूला तक झाड़ू लगाकर साफ कर कूड़े को एकत्रित कर बैगों में भरकर नगर पंचायत के सहयोग से उचित स्थान पर पहुंचाया। एसएनसीएफ, सेवादल, साध संगत के लगभग 550 वॉलिंटियर्स ने इस सफाई अभियान में योगदान दिया।
इस अवसर पर सफाई अभियान में परमार्थ निकेतन और संत निरंकारी मिशन की रायवाला एवं भोगपुर की ब्रांचों ने भी सहयोग किया।
वहीं बाल संगत के बच्चों ने नाटिका द्वारा जल बचाओ और जल संरक्षण का संदेश दिया।
इस परियोजना के अंतर्गत समूचे भारतवर्ष के लगभग 1500 से अधिक स्थानों पर 900 शहरों के 27 राज्यों में सफाई अभियान चलाया गया ।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती ने अपने विचारों में कहा कि कोई गुरु अपनी सेवा के लिए नहीं कहता वह केवल समाज की सेवा की ही प्रेरणा देता है। सेवा करने से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते है।
जल की स्वच्छता से जरूरी जल का बचाव है हम अपने जीवन में अनेक कार्य में आवश्यकता से अधिक जल का प्रयोग करते हैं अगर हम सब अपने जीवन में जल को बचाना सीख जाए तो वास्तव में जल का संरक्षण होगा।
कार्यक्रम का संचालक उच्च प्रशासनिक अधिकारी दुर्गा चमोली ने किया।