सन्त निरंकारी मिशन उत्तराखण्ड ने दिए सीएम राहत कोष में 50 लाख

देहरादुन8/ऋषिकेश

सन्त निरंकारी मिशन कोरोनो संकट के समय भी सेवा में अग्रणी

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री राहत कोष में 50 लाख रुपये मसूरी के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने दिये।विश्वव्यापी कोरोना महामारी के फैलते देश में lock down के कारण लाखों लाखों भाई बहन जो रोजमरा के जीवन से प्रभावित हुए है , उन तक हर सम्भव मदद के लिए *सन्त निरंकारी मिशन और मिशन का प्रशासनिक खण्ड सहायक साबित हो रहा है। जैसे ही देश के प्रधानमंत्री ने 24 मार्च 2020 को देश व्यापी लॉक डाउन की घोषणा की तभी से सन्त निरंकारी मिशन ने अनुभव किया कि समाज का वो वर्ग जो मूल भूत सुविधाओं से वंचित है आज अपने अपने परिवारों को भोजन जैसी मूल आवश्यकताओं के बारे में चिंतित होगा। सन्त निरंकारी मिशन ने तुरंत सभी 95 ज़ोन और पूरे भारत वर्ष में 3000 से अधिक ब्रांचों को भोजन और राशन एवम खाद्य सामग्री पहुंचाने का संदेश दिया। उस दिन से निरंकारी मिशन के अनुयायी और संत निरंकारी सेवादल दिन प्रितिदिन लाखो व्यक्तियों को भोजन, लंगर और सूखा राशन उपलब्ध करवा रहा है। लगभग एक लाख लोगो को प्रितिदिन ताजा लंगर वितरित किया जा रहा है।बहुत से ब्रांचों से इस विषम परिस्थितियों में पुलिस तथा सफाई विभाग के कर्मचारियों को भी चाय खाना परोसा जा रहा है। पूरे भारत वर्ष में 1 लाख के लगभग सूखे राशन के पैकेट वितरित किये जा चुके है। जबलपुर ब्रांच ने 4200 मास्क भी शहर के कलेक्टर महोदय को सौंपे है।

सन्त निरंकारी मिशन ने प्रधानमंत्री केअर फण्ड में 5 करोड़ की राशि भी योगदान में दी है। हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र और उत्तराखंड में भी मुख्यमंत्री फण्ड में 50-50 लाख की राशि का भी योगदान दिया है।
इन योगदान के लिए सभी माननिय मुख्यमंत्री एवम देश के  प्रधानमंत्री ने भी अलग अलग ट्वीट कर के मिशन के योगदान की भरपूर सराहना की है।

संत निरंकारी चैरिटबल फाउंडेशन का योगदान भी अनेकों रूप से मिला। मिशन का यह सामाजिक खण्ड चिकित्सा के क्षेत्र में नागरिकों को समय समय पर हेल्प लाइन के माध्यम से गुरुग्राम सहित मेदांता हॉस्पिटल सहित अनेकों डॉक्टरों से परामर्श भी करवा रहा है।
SNCF के माध्यम से दिल्ली सरकार को डॉक्टस नर्स और अन्य चिकित्सा कर्मचारियो की सुरक्षा के लिए 10000 PPE कीटस भी देने का संकल्प किया है।। फाउंडेशन की और से प्रवासी मज़दूरों को राशन भी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
SNCF के अंतर्गत विभिन विद्यालयो को भी एकांतवास और quarntine केंद्र के लिए भी देने के लिए कह दिया है।
फाउंडेशन इस विषम परिस्थितियों में भी रक्तदान के लिए अपने आप को volunteers के माध्यम से अग्रणी है।

सन्त निरंकारी मिशन ने अपने सत्संग भवनों को भी quarntine केंद्र के लिए राज्य एवम केंद्र सरकार को आवश्यकता पड़ने पर लेने को कहा है। यमुनानगर भवन तो अभी भी इस कार्य हेतु प्रयोग में है।

इन सभी योगदानो की समाज के सभी चाहें साधारण नागरिक, धार्मिक सामाजिक संस्थाओं, पुलिस विभाग ,स्थानीय प्रशासन और राज्यों केंद्र सरकारों के प्रितिनिधियो सहित भूरी भूरी प्रशंसा भी की जा रही है।

सन्त निरंकारी मिशन पिछले 90 वर्षो से अपनी अध्यात्मिक जागृति की मूल बिचारधारा के साथ समाज के उत्थान , पुनः स्थापित एवम सहायता के लिए योगदान दे रहा है। वर्तमान सत्गुरु माता सुधीक्षा महाराज भी अपने अनुयायियों को समाज की हर सम्भव सहायता और सरकारों के स्वास्थ्य विभागों के दिशा निर्देश के साथ उत्तरदायित्व के लिए आगे आने के लिए प्रेरित कर रही है। मिशन इन सभी कार्यो को अपना कर्तव्य न कि किसी के ऊपर एहसान मानता है। सभी मिशन के अनुयायी मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग लंगर और राशन वितरित करते हुए अवश्य करते है।

मसूरी के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने कहा कि मिशन देश के साथ ख़ड़े होने की प्रतिज्ञा करता है और निराकार से प्रार्थना करता है कि इस संकट से शीघ्र मुक्ति हो और सभी और स्वस्थ तथा खुशहाल समाज हो।

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