अचंभा..बागेश्वर कपकोट राजकीय प्राथमिक विद्यालय के 40 बच्चो ने घोड़ाखाल सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा पास की,पिछले ही वर्ष 22 बच्चो ने ऑल इंडिया सैनिक प्रवेश परीक्षा पास की थी

देहरादून/बागेश्वर

इस प्रवेश परीक्षा में जहां कई बच्चे सफल हुए हैं वहीं बागेश्वर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कपकोट के 40 बच्चों ने एक साथ सैनिक स्कूल घोड़ाखाल की प्रवेश परीक्षा में क्वालिफाई किया है।

बागेश्वर जिले के प्राथमिक विद्यालय के 40 बच्चों का चयन घोड़ाखाल सैनिक स्कूल में हुआ है। इसके पीछे स्कूल के प्रधानाचार्य का अहम योगदान है, क्योंकि प्रधानाचार्य केडी शर्मा ने बच्चों को रात के 9 बजे तक क्लास दी है। वहीं एक बच्चे ने मैथ में 150 में से 150 अंक लाकर सबको अचंभित कर दिया। वहीं पिछले ही साल एक और सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा यहीं के 22 बच्चो ने पास कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था।

कहावत है कि कठिन परिश्रम ही सफलता की कुंजी है और ये साबित कर दिया है उत्तराखंड के इस प्राथमिक विद्यालय के बच्चों ने। उत्तराखंड के जिला बागेश्वर के कपकोट के प्राथमिक विद्यालय के 40 बच्चों में से 40 बच्चों का चयन नैनीताल जिले के घोड़ाखाल सैनिक स्कूल में हुआ है। ऐसा देश के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब किसी स्कूल के सभी बच्चों का चयन इस स्कूल में हुआ हो।

पिछले साल इस विद्यालय के 22 छात्रों ने ऑल इंडिया सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा क्वालीफाई किया था। इस बार 40 बच्चों ने परीक्षा क्वालिफाई की है।

गौरतलब है कि साल 2016 से इस स्कूल को आदर्श विद्यालय बनाया गया। जिसके बाद यहां केडी शर्मा को प्रधानाध्यापक बनाया गया।

डीके शर्मा और उनकी शिक्षकों की टीम के विशेष प्रयासों के बाद से हर साल स्कूल नया मुकाम छूने लगा है। हर साल यहां के बच्चे सैनिक स्कूल घोड़ाखाल समेत अन्य स्कूलों में निकलते रहते हैं। उत्तराखण्ड में शायद यह एकमात्र ऐसा सरकारी प्राथमिक स्कूल है जहां प्रवेश के लिए लाइन लगती है।

विद्यालय की इस उपलब्धि पर शिक्षा विभाग गदगद नजर आया है, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी का कहना है कि ऐसी सफलता की कहानियाँ और भी हैं जो हमें प्रेरित भी करती हैं और ऊर्जीकृत भी। उन्होंने सभी सफल छात्रों एवं गुरुजनों और अधिकारियों को शुभकामनाएं दी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.