ननद भाभी की मौत की वजह बनी ठंड से बचने को बंद कमरे में जली अंगीठी की आग से बनी गैस

देहरादून
ओखलकांडा डालकन्या के पनखाल तोक में बुधवार की रात एक ही परिवार की ठंड से बचने को रात में बन्द कमरे में अँगीठी जलाने से भाभी और नंद की मौत हो गई ।
प्राप्त घटनाक्रम के अनुसार राम आर्या के पुत्र गिरीश आर्या की 26 वर्षीय पत्नी बिश्नी देवी और 14 वर्षीय बेटी ममता रात क़रीब 8 बजे अलग कमरे में सोने गए थे ठंड से बचने के के लिए उन्होंने कमरे अँगीठी में आग जला रखी थी जिसमें खिड़की नहीं थी कमरा बन्द होने के कारण धुंए की गैस कमरे से बाहर नहीं निकल पाई और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
जानकरी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पिछली रात उनके घर में पूजा के दौरान जागर हुआ था।
अगले दिन का कामकाज कर रात 8 बजे बिश्नी देवी और ममता कमरे में सोने चले गए। बिश्नी देवी की 1 वर्षीय बेटी को उस दिन अपने दादा शंकर राम आर्या के पास ही सोयी थी, रात को करीब 10 बजे बच्ची को भूख़ लगी तो वह रोने लगी और उसके दादा उसे दूध पिलाने अपनी बहू बिश्नी देवी के कमरे में गये दरवाज़ा खटखटाने के बाद अंदर से कोई ज़बाब न मिलने पर उन्होंने दरवाज़ा जैसे तैसे खोला और जब अंदर देखा तो बन्द कमरे में अँगीठी में आग थी और बहू बिश्नी देवी और बेटी ममता का धुँए से दम घुट चुका था। इसके बाद उन्होंने घर के बाकी लोगो को बताया मगर कोई कुछ न कर पाया।

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