राज्य निर्माण में शहादत देने वाले राजेश रावत,दीपक वालिया के बलिदान को भुलाया नही जा सकता…प्रदीप कुकरेती

देहरादून

3-अक्टूबर का दिन भी उत्तराखण्ड और उत्तराखण्डियों के लिए महत्वपूर्ण दिन है। प्रत्येक वर्ष की भाँति उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन में करनपुर गोली काण्ड के शहीद राजेश रावत व जोगीवाला गोली काण्ड के शहीद दीपक वालिया को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

रायपुर रोड़ (रिस्पना पुल) स्थित शहीद राजेश रावत स्मारक पर श्रद्धांजली सभा आयोजित क़ी गई। मंच के सचिव प्रदीप कुकरेती ने बताया कि 2-अक्टूबर को मुजफ्फरनगर गोली काण्ड क़ी दर्दनाक घटना से अगले दिन देहरादून में राज्य आन्दोलनकारियों में उबाल आ गया और उत्तरप्रदेश सरकार मुर्दाबाद यूपी पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए लोग जगह जगह से सड़को पर निकलने लगे। इसी दौरान डी ए वी महाविद्यालय क़ी ओर से करनपुर में भी छात्रो व राज्य आंदोलनकारियो का हुजूम निकल पड़ा काफी संख्या में राज्य आन्दोलनकारी नारे लगाते हुए आगे बढ़ने लगे। तभी किसी ने पीछे से एक पत्थर फेका और तत्कालीन समाजवादी पार्टी के नेता के आवास पर भीड़ जुटने लगी तभी अचानक भीड़ में कुछ छात्रों को छर्रे लगे और अचानक राजेश एक गोली का शिकार हो शहीद हो गया। जबकि दूसरी ओर जोगीवाला चौक में भी आक्रोशित भीड़ नारे लगाते हुए सड़को पर उतर आई थी। उनको काबु करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया तब भी भीड़ काबू नही हुई तो पुलिस ने फिरी ग के आदेश दे दिये ओर गोली चला दी जिसमे बद्रीपुर जोगीवाला का दीपक वालिया शहीद हो गया।
इन दोनो घटनाओ ने देहरादून से लेकर पहाड़ो पर राज्य आन्दोलन में घी डालने का काम किया।
आज करनपुर गोली काण्ड के शहीद राजेश रावत एवं जोगीवाला गोलीकाण्ड के शहीद दीपक वालिया को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए राज्य आन्दोलनकारियों ने सभी शहीद के परिवारों को न्याय दिलाने क़ी मांग क़ी। राज्य आंदोलनकारी लालचन्द शर्मा व वीरेन्द्र पोखरियाल के साथ ही प्रदीप कुकरेती ने न्याय व्यवस्था और सरकारों क़ी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं कि आखिर 27-वर्षो से न्याय क्यों नही मिला।


रामलाल खंडूड़ी व जितेंद्र रावत (मोनी) ने कहा कि राजेश रावत व दीपक वालिया क़ी शहादत व्यर्थ नही जायेगी हमें मिलकर इस राज्य के चौमुखी विकास के लिए कार्य करना है।
शहीद राजेश रावत क़ी माँ आनन्दी रावत ने कहा कि मेरी आंखे पथरा गई है कि हमें न्याय कब मिलेगा आज 27-वर्ष बाद भी हाथ खाली और बड़े बड़े नेता व पहुंच वालो को आखिर कैसे जल्द न्याय मिल जाता है।

श्रद्धांजली सभा में शहीद राजेश रावत क़ी माँ आनन्दी रावत, हरेन्दर रावत, वीरेन्द्र पोखरियाल, पूरण सिंह लिंगवाल,जितेन्द्र रावत (मोनी), दिनेश रावत, मोहन खत्री, सतेन्द्र नोगाई, बीर सिंह रावत, चन्द्र किरण राणा,सुमन भण्डारी,सुमित थापा (बन्टी), संजय थापा, रामेश्वरी कण्डवाल ,ममता रावत, रजनी कण्डवाल, सरोज रावत, बिन्दु कण्डवाल, शकुन्तला रावत आदि मौजूद रहे।

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