किशोरी ने बुन डाली अपने ही अपहरण की कहानी,पुलिस की जांच में खुला राज और किशोरी ने बताया कि वह स्कूल बदलने से थी परेशान इसीलिए रची कहानी,कुछ ही घंटो में किया पुलिस ने खुलासा

देहरादून

प्रदेश की राजमधानी दून से बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया जहां एक किशोरी ने सिर्फ अपने पुराने स्कूल में दोबारा एडमिशन के लिए अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच डाली, जिसे सुनकर पुलिस को भी एकबारगी यकीन ही नहीं हुआ जिससे वह अपहरण समझ रहे थे वह सिर्फ झूठ की कहानी भर था, वहीं एसएसपी देहरादून ने कुछ व्यक्ति विशेष द्वारा बिना सत्यता जाने सामान्य मामलों को भ्रामक और विवादास्पद बना सांप्रदायिक रूप देते हुए लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने वालों को चेतवानी दी है।

असल में देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र के चमन विहार में नाबालिग बच्ची के अपहरण की सूचना झूठी निकली। पुलिस की जांच के बाद मिली जानकारी के मुताबिक, नए स्कूल में एडमिशन कराने से नाराज किशोरी ने अपने अपहरण की झूठी कहानी परिवार और पुलिस को बताई थी। सीसीटीवी फुटेज चेक करने के बाद भी घटना की पुष्टि न होने पर काउंसलिंग के दौरान ही किशोरी ने सच उगला तब जाके पुलिस ने राहत की सांस ली। कोतवाली पटेलनगर को सोमवार शाम को चमन विहार कॉलोनी में एक किशोरी के अपहरण का प्रयास किए जाने की सूचना मिली।

प्राप्त सूचना के अनुसार चमन विहार गली नंबर-10 में एक किशोरी ट्यूशन से घर जा रही थी। इसी दौरान कार सवार दो युवकों ने किशोरी का अपहरण कर लिया । अपहरणकर्ताओं ने किशोरी की नाक पर रुमाल रखा, जिसे सूंघने के बाद किशोरी बेहोश हो गई।

किशोरी ने पुलिस को बताया कि दरअसल उसने सांस रोक ली थी और बेहोश होने का नाटक कर रही थी। इसके बाद सहारनपुर रोड पर पहुंचने पर कार सवार बदमाशों में से एक सिगरेट पीने के लिए कार से उतरा और दूसरा फोन पर बात करने लगा। इसी दौरान किशोरी मौका देखकर कार से उतरकर भाग निकली। किशोरी ने घर पहुंच कर अपने परिजनों को आपबीती बताई।

इस दौरान अपहरण की सूचना पर कॉलोनी में एक हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी इकट्ठे हो गए थे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे,संगठन के लोगो का कहना था कि अपहरण कर्ता एक विशेष समुदाय से संबंध रखता है।

पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने किशोरी द्वारा बताए गए घटनास्थल और अन्य मार्गों के सीसीटीवी कैमरे चेक किए। लेकिन किसी भी सीसीटीवी फुटेज में ऐसी किसी घटना का होना नहीं पाया गया। जब पुलिस ने किशोरी की काउंसलिंग की तो किशोरी ने पूरा सच बता दिया।

जानकारी के मुताबिक पुलिस को किशोरी ने बताया कि पहले वह देहरादून शहर के एक स्कूल में पढाई कर रही थी। लेकिन इस साल उसके परिजनों ने उसका एडमिशन दूसरे स्कूल में करवा दिया। 15 अप्रैल (सोमवार) को वह पहली बार नए स्कूल में गई तो जरूर लेकिन कोई नया फ्रेंड न होने के कारण उसका स्कूल में मन नहीं लगा। किशोरी ने अपने पुराने स्कूल में दोबारा एडमिशन पाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रच डाली।

दून एसएसपी अजय सिंह ने बताया, कुछ व्यक्ति विशेष द्वारा बिना सत्यता जाने सामान्य मामलों को भ्रामक और विवादास्पद बनाकर सांप्रदायिक रूप देते हुए लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास किया जा रहा है. जिन्हें पुलिस द्वारा चिन्हित किया गया है।देहरादून में सामान्य घटनाओं को भ्रामक बनाकर शांति व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वाले सभी चिन्हित लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी।

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