देहरादून
सोमवार की शाम को देहरादून में अंकिता भंडारी की हत्या के एक साल बाद जेल गए हत्यारोपियों को जनता फांसी के फंदे पर लटकाने, यमकेश्वर विधायक के खिलाफ नारे लगाती नजर आई।
सोमवार को जहां एक ओर पूर्व सैनिक,राज्य आंदोलनकारी संगठन,महिला मंच ने मशाल जुलूस निकाला वहीं कांग्रेस की महिला, एनएसयूआई और महानगर इकाई,पेंशनर्स संगठन आदि ने भी मशाल जुलूस निकाला।
सभी संगठन अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी देने,पुलिस की भूमिका पर संदेह, यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट की विधायकी खतम करने सहित कई नारे दून की फिजा में गूंजते रहे।पुलिस और प्रशासन को शायद इसकी उम्मीद भी नहीं रही होगी।
खैर परेड ग्राउंड से निकले दर्जनों संगठनों के साथ ही कांग्रेस भवन से कांग्रेस की महिला,स्टूडेंट्स और महानगर विंग भी मशाले हाथ में लेकर राजपुर रोड गांधी पार्क,घंटाघर पहुंच पहाड़ के गांधी कहलाने वाले इंद्रमणि बडोनी की मूर्ति मोमबत्ती और मशाले लेकर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।हालंकि भीड़ नियंत्रित थी,पर पुलिस ने ट्रेफिक कंट्रोल करने में पूरा दम लगा रखा था। जिससे ज्यादा जाम की स्थिति नहीं बनी।