देहरादून/नई दिल्ली
उत्तराखंड में मैडिकल टूरिज़्म की संभावनाओं को लेकर प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से व्यापक चर्चा हुई ।
प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने आज निर्माण भवन नई दिल्ली स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मुलाकात कर उनसे उत्तराखंड में मैडिकल टूरिज़्म की संभावनाओं पर बातचीत की। सतपाल महाराज ने कोविड के दौरान राज्य को मिल रहे सहयोग के लिए भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का आभार जताया। पर्यटन मंत्री महाराज ने उन्हें उत्तराखंड में मैडिकल टूरिज़्म की अपार संभावनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि एशियाई देशों में मैडिकल टूरिज़्म के लिहाज से भारत फिलहाल पहले नंबर पर है। थाईलैंड, सिंगापुर, चीन और जापान जैसे देश भी अब ऐसे पर्यटकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन भारत में इलाज की बेहद कम लागत, आधुनिकतम चिकित्सा तकनीकों और उपकरणों की उपलब्धता के साथ ही विदेशियों को भाषा की समस्या नहीं होने की वजह से यहां सबसे ज्यादा ऐसे पर्यटक आते हैं। भारत में विदेशों के मुकाबले एक चौथाई से भी कम लागत पर इलाज तो हो ही जाता है, घूमना भी हो जाता है।
उन्होने बताया कि उत्तराखंड मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे उपयुक्त राज्य है। महाराज ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन के साथ-साथ मेडिकल टूरिज्म को भी विकसित करने की जरूरत है। यहाँ का वातावरण प्रकृति रूप से हर प्रकार की चिकित्सा के लिए उपयुक्त है। अनेकों प्रकार की ऐसी जड़ी बूटियां उत्तराखंड में मौजूद हैं जो लाइलाज बीमारियों के लिए अचूक औषधि है।