उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन ने गोल्डन कार्ड में खामी दूर करने एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को बीमा,विशेष भत्ता देने हेतु सीएम को भेजा ज्ञापन – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन ने गोल्डन कार्ड में खामी दूर करने एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को बीमा,विशेष भत्ता देने हेतु सीएम को भेजा ज्ञापन

देहरादून

उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन उत्तराखंड द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री को गोल्डन कार्ड में आई खामियों को दूर करने एवं फ्रंटलाइन में कार्य करने वाले पुलिस कर्मचारियों स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों वाहन चालक के अलावा जो भी लोग फ्रंट लाइन में कार्य कर रहे हैं उन को विशेष भत्ता एवं सभी का बीमा करवाए जाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।

ज्ञापन में स्पष्ट किया गया कि प्रदेश में 300000 कर्मचारी शिक्षक पेंशनरों से करोड़ों रुपए की कटौती तो की जा रही है परंतु उस गोल्डन कार्ड का उत्तराखंड में स्थित कोई भी अस्पताल लेने के लिए तैयार नहीं है जिस कारण आज प्रदेश के अनेकों कर्मचारी शिक्षक इंजीनियर इस कोविड-19 की महामारी में निधन हो गया है उन्होंने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि जब तक गोल्डन कार्ड में आई खामियों को दूर नहीं किया तब तक किसी भी कर्मचारी शिक्षक पेंशनर की वेतन से कटौती न की जाए संगठन के प्रदेश महामंत्री पंचम सिंह बिश्नोई यह भी स्पष्ट किया कि प्राधिकरण के उदासीन रवैये के चलते गोल्डन कार्ड का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। यदि कोविड-19 के रहते हुए गोल्डन कार्ड में आई खामियों को दूर नहीं किया गया तो गांधीवादी तरीको से गोल्डन कार्ड योजना का बहिष्कार किया जाएगा।

विगत 2 माह पूर्व गांधी पार्क स्थित प्राधिकरण के कार्यालय में अध्यक्ष डीके कोटिया की अध्यक्षता में विभिन्न संगठनों की हुई बैठक में निर्णय लिया गया था कि एक माह के अंदर सभी कमियों को दूर किया जाएगा जो जो अस्पताल सूची में शामिल नहीं है उनको भी सूचीबद्ध किया जाएगा और पूरा कार्य कैशलेस किया जाएगा परंतु खेद का विषय है कि आज गोल्डन कार्ड के अभाव में हमारे अनेकों साथी हम से बिछड़ गए हैं। ऐसे समय में भी गोल्डन कार्ड का सदुपयोग नहीं हो पाया।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि स्वास्थ्य प्राधिकरण हर माह करीब 15 करोड़ वसूली कर रहा है और अब तक करीब 45 करोड़ की कटौती कर चुका है जबकि गोल्डन कार्ड के नाम पर किसी को इसका कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है।प्रदेश के कर्मचारी शिक्षक अपनी बीमारी के लिए दर-दर भटक रहे हैं

मुख्यमंत्री को यह भी आश्वस्त किया गया कि प्रदेश के लाखों कर्मचारी शिक्षक इस समय सरकार के साथ खड़े हैं और कंधे से कंधे मिलाने के लिए तैयार है बशर्ते सरकार भी मानवता के आधार पर कर्मचारी शिक्षकों की गोल्डन कार्ड में आई खामियों को तत्काल दूर करें अन्यथा प्रदेश के लाखों कर्मचारी शिक्षक उक्त गोल्डन कार्ड योजना का गांधीवादी तरीके से बहिष्कार करने के लिए मजबूर होंगे।

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह पवार संगठन के प्रदेश महामंत्री पंचम सिंह बिष्ट सहित सभी पदाधिकारियों द्वारा कोविड-19 में आकस्मिक निधन हुई है कर्मचारी शिक्षकों इंजीनियरों पेंशनरों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

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