देहरादून
राजधानी में यातायात लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसको संभालने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ती है। विभाग में मुखिया बदलते ही अक्सर ट्रैफिक दून के लिए नियमो में तब्दीली की जाती रही है। बावजूद इसके ट्रैफिक में। जाम लगता ही रहता है। ऐसे में रेड लाइट या ट्रैफिक पुलिस से लोगो की बहस भी होती ही रहती है। कई बार ट्रैफिक पुलिस से हाथापाई हो जाती है। दूसरी तरफ बात की जाए CPU यानी सिटी पेट्रोल यूनिट जो कि वेल इक्यूप्ड है जिसकी स्थापना सिर्फ इसीलिए की गई थी कि गली मोहल्लों में चोर उचक्कों को त्वरित गति से भाग कर पकड़ा जा सके लेकिन आज इनको ट्रैफिक व्यवस्थित करने में उपयोग किया जा रहा हे।
राजधानी के व्यस्ततम चौराहे दर्शनलाल चौक पर यातायात व्यवस्था संभाल रहे सीपीयू के सिपाही के साथ अभद्रता हुई और सिपाही पर चालक ने कार चढ़ाने और फिर भागने का प्रयास किया। परन्तु सिपाही ने कार के बोनट पर छलांग लगाते हुए वाइपर पकड़ लिए और करीब 30 मीटर दूर तक वह इसी स्थिति में लटके रहे।
इस बीच आरोपित चालक ने सिपाही को नीचे गिराने का प्रयास भी किया। हालांकि इस बीच अन्य वाहन चालकों ने आरोपित को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। घायल सिपाही का जिला अस्पताल (कोरोनेशन) में मेडिकल कराया गया है। उन्हें काफी चोंटे आई हैं। पुलिस ने आरोपित कार चालक के विरुद्ध शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार शाम को दर्शनलाल चौक पर सीपीयू के दारोगा संजीव त्यागी व सिपाही केसर मुस्तफा जैदी यातायात संचालन में व्यस्त थे। घंटाघर की तरफ से आई काले रंग की कार चौक के बीचोंबीच खड़ी हो गई। सिपाही केसर मुस्तफा जैदी ने चालक को कार को जेब्रा क्रॉसिंग से पीछे करने को कहा तो उसने कार की स्पीड बढ़ा दी।
सिपाही ने खतरे को भांपते हुए कार के बोनट पर छलांग लगा दी और वाइपर पकड़ लिए। इसके बाद आरोपित चालक सिपाही को नीचे गिराने के प्रयास में लहराते और बीच-बीच में ब्रेक मारते हुए कार को आगे बढ़ाता गया। जब तक दरोगा संजीव कार तक पहुंचते तब तक कार को करीब 30 मीटर आगे तक दौड़ा चुका था। कार की गति धीमी होते ही अन्य वाहन चालकों और दरोगा संजीव त्यागी ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। इस बीच मौजूद लोगो ने आरोपी की ठीक ठाक पिटाई कर दी थी। हालांकि कार में बैठी युवती ने ज्यादा विरोध नहीं किया।
आरोपित की पहचान शादाब निवासी ब्रह्मपुरी, पटेलनगर के रूप में हुई है, जो निरंजनपुर सब्जी मंडी में फल की दुकान चलाता है।
मौके पर मौजूद सीपीयू के दारोगा संजीव त्यागी के अनुसार आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह शुक्रवार को मंगलौर जाने की बात कहकर घर से निकला था। शाम को उसने अपनी किसी दोस्त को बुलाया और उसके साथ मसूरी चला गया। रात को मसूरी में रहने के बाद शनिवार शाम को देहरादून लौट रहा था। कार में उसके साथ युवती भी बैठी थी। पुलिस उससे पूछताछ न करे, इसी वजह से उसने कार को दौड़ा दिया।
सीपीयू के सिपाही केसर मुस्तफा जैदी के हाथ, कोहनी व सीने में चोट आई है। चिकित्सक ने उन्हें दो दिन आराम करने की सलाह दी है। इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर न पहुंचने से घायल सिपाही के स्वजन में रोष है। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस महानिदेशक से करने की बात कही है। स्वजन ने कहा कि सिपाही ड्यूटी के दौरान घायल हुआ है, इसके बावजूद घटनास्थल व अस्पताल में कोई अधिकारी नहीं पहुंचा।
दून शहर कोतवाल चंद्रभान अधिकारी ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित शादाब के खिलाफ हत्या के प्रयास, मारपीट, सरकारी कार्यों में बाधा डालने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।