रोपवे में बैठे 6 विदेशियों समेत दर्जन भर टूरिस्ट जब नैनीताल की रोपवे में फंसे तो हलक में अटकी सांस को एक घंटे बाद मिली राहत की सांस

देहरादून/नैनीताल

उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक नैनीताल की रोपवे में जा रहे 1 दर्जन यात्रियों की जान उस वक्त हलक में आ गई जब ट्राॅली अचानक बीचों बीच हवा में ही रुक गई।

तकनीकी खराबी की वजह से ट्राॅली में सवार 12 यात्री एक घंटे तक हवा में ही लटके रहे।

हालांकि केएमवीएन की तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर आनन फानन में ट्राॅली में सवार छह विदेशी सैलानियों समेत कुल 12 लोगों को रस्सी के सहारे रेस्क्यू कर सुरक्षित नीचे जमीन पर उतार लिया। करीब एक घंटे रेस्क्यू टीम ने चलाया अभियान।

घटनाक्रम के अनुसार वीरवार लगभग साढ़े तीन बजे दिन में

छह विदेशी पर्यटक व कुछ स्थानीय लोग बच्चों सहित रोपवे से स्नोव्यू प्वाइंट जा रहे थे। रोपवे की ट्रॉली, स्टेशन से लगभग सौ मीटर दूरी पर थी कि ट्राॅली काउंटर की ओर एक आवाज आई आवाज आई तो ट्राॅली में सवार टेक्नीशियन की जांच में बैरिंग टूटा हुआ मिला।

तत्काल सुरक्षा की दृष्टि से ट्रॉली को रोक दिया गया। ट्रॉली रुकते ही सवार लोगों में हड़कंप मच गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग एक घंटे तक ट्रॉली 150 फीट की ऊंचाई पर हवा में लटकी रही। इस बीच ट्रॉली गाइड ने यारों को धारी रखने को कहा। तत्पश्चात रोपवे प्रबंधन ने ट्राॅली में मौजूद विदेशी सैलानियों व अन्य सभी लोगों को रस्सी व अन्य उपकरणों की मदद से जमीन पर सुरक्षित उतार लिया। नीचे पहुंचने पर ट्राॅली में सवार सभी लोगों ने राहत की सांस ली।

हालांकि कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) द्वारा संचालित रोपवे की ट्राॅली इससे पहले भी फरवरी 2019 में भी 1 घंटे तक हवा में लटकी रही थी। उस समय भी ट्राॅली में सवार 10 यात्रियों को रोपवे प्रबंधन ने किसी तरह से जमीन पर सुरक्षित उतार लिया था।

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