यूसर्क द्वारा महिला कॉनक्लेव2022 में युवा महिला वैज्ञानिकों को वूमेन साइंटिस्ट एक्सीलेंस व अचीवमेंट अवार्ड से किया सम्मानित

यूसर्क द्वारा महिला कॉनक्लेव – 2022 का आयोजन एवं युवा महिला वैज्ञानिकों का सम्मान उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) द्वारा आज दिनांक 29 मार्च 2022 का महिला कॉनक्लेव-2022 का आयोजन देहरादून स्थित आई.आर.डी.टी. सभागार में किया गया।

 

यूसर्क की निदेशक प्रो० (डा०) अनीता रावत ने कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन एवं महिला कॉन्फलेव में उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों का परिचय कराया प्रो० रावत ने कहा कि सतत् विकास लक्ष्य 2030 की अवधारणा को महिलाओं की भागीदारी एवं योगदान के बिना धरातल पर उतारना सम्भव नहीं है। इस सोच के तहत युसर्क द्वारा अभिरूचि विकसित करने की दिशा में युवा महिला वैज्ञानिकों को प्रथम Women Scientist Excellence एवं द्वितीय Achievement Award से सम्मानित किया जा रहा है।

कार्यक्रम में बोलते हुये महिला एवं बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा० गीता खन्ना ने कहा कि वर्तमान समय महिलाये शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में विभिन्न उपलब्धियां प्राप्त कर रही है जो कि आने वाले भविष्य के लिये एक अच्छा संकेत है। कार्यक्रम में बोलते हुये भारतीय उद्योग परिसंघ (सी०आईफआई०) उत्तराखण्ड के अध्यक्ष अशोक विडलास ने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है जिसमें शिक्षा, विज्ञान के साथ-साथ अनुसंधान सम्बन्धी कार्यों में विभिन्न तकनीकियों का प्रयोग आवश्यक हो गया है। इन सभी क्षेत्रों में प्रदेश और देश की महिलायें निरन्तर योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रोत्साहित करने में विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों के माध्यम से यूसकं द्वारा निरन्तर सराहनीय कार्य किया जा रहा है।

पद्मश्री सम्मान से सम्मानित एवं कृषि के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले उन्नत किसान प्रेम शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तखण्ड की कृषि में महिलाओं का सबसे अधिक योगदान रहता है। आज विज्ञान एवं तकनीकी की की सहायता से उन्नत एवं जैविक कृषि के माध्यम से उत्तराखण्ड की महिलाओं के लिये निश्चित रूप से लाभकारी होंगे।

 

कार्यक्रम में बोलते हुये नालदा कॉलेज, देहरादून की निदेशक प्रो0 सविता रावत ने विज्ञान प्रसार में महिलाओं की भूमिका विषय पर तकनीकी व्याख्यान में कहा कि वर्तमान समय में महिलाये विज्ञान के प्रसार सम्बन्धी कार्यों में विशिष्ट योगदान दे रही है तथा विज्ञान के प्रत्येक क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान एवं नवाचार सम्बन्धी कार्यों में निरन्तर अनुकरणीय कार्य कर रही है।

 

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में तकनीकी व्याख्यान उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड शासन की पूर्व निर्देशक प्रो० सविता मोहन ने समाज में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित किये जाने हेतु प्रयास विषय पर देते हुये कहा कि हर स्तर पर आज महिलाओं द्वारा विभिन्न कार्यों में सामाजिक योगदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिये उन्हें प्रत्येक क्षेत्र में सामाजिक भागीदारी प्रदान किये जाने की आवश्यकता है। प्रो० सविता मोहन ने कहा कि आज महिला सशक्तीकरण एवं स्वरोजगार की दिशा में आ रही विभिन्न कठिनाईयों को दूर करते हुये सामाजिक सहभागिता बढाये जाने का आह्वान किया।

 

कार्यक्रम में बोलते हुये एच०एन०बी० गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर के पर्यावरण विज्ञान के सेवानिवृत्त

विभागाध्यक्ष प्रो० रमेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उत्तराखण्ड की महिलाओं ने महत्वपूर्ण कार्य किये है।

 

कार्यक्रम के अंत में सम्मानित की गयी सभी युवा महिला वैज्ञानिकों ने विशेषज्ञों से परिचर्चा की एवं अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया। कार्यक्रम में सम्मानित की गयी 6 युवा महिला वैज्ञानिकों की सूची निम्नवत है…

 

श्रेणी प्रथम Young Women Scientist Excellence Award

 

ऐनी भाम्बरी,रेशम तलुजा, ग्राफिक ऐरा पर्वतीय विश्वविद्यालय, देहरादून,हेमा एम०बी० पी०जी० कॉलेज, हल्द्वानी को दिया गया।

 

वहीं श्रेणी द्वितीय Young Women Scientist Achievement Award

डा० रश्मि उनियाल राजकीय डिग्री कॉलेज, नरेन्द्र नगर, 2. डा० मनीषा नन्दा, डॉलफिन इंस्टीट्यूट बायोमेडिकल मैचुरल साइंसेज, देहरादून,डा० मनीषा कोरगा ग्राफिक ऐरा हिल यूनिवर्सिटी, हल्द्वानी कॅम्पस को मिला।

 

कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षण संस्थानों की शिक्षिकाओं एवं शिक्षकों सहित 260 लोगों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन ओम प्रकाश नौटियाल ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा० ओम प्रकाश नौटियाल, डा० मन्जू सुन्दरियाल, डा० भवतोष शर्मा, डा० राजेन्द्र राणा, ई० उमेश चन्द्र ओम जोशी, राजदीप जंग, हरीश प्रसाद ममगाई, शिवानी पोखरियाल, राजीव बहुगुणा, रमेश रावत आदि मौजूद थे।

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