उपनल कर्मचारी महासंघ से जुड़े लगभग 22000 कर्मचारियों ने आंदोलन की राह पकड़ी

देहरादून

उपनल कर्मचारी महासंघ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपनल कर्मचारी महासंघ, उपनल प्रयोगशाला सहायक, कार्यालय सहायक, माध्यमिक शिक्षा संघ,उपनल संविदा, आउट सोर्स वाहन चालक संघ, उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ संविदा प्रकोष्ठ, उत्तराखंड संविदा कर्मचारी संघ ऊर्जा द्वारा संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई जिसमें उपनल कर्मचारी महासंघ द्वारा 22 एवं 23 फरवरी को होने वाले कार्य बहिष्कार के संबंध में प्रकाश डाला गया। बताया गया कि प्रदेश के समस्त राजकीय विभागों स्वास्थ्य, ऊर्जा, वाहन के जल सार्वजनिक निगमों, उपक्रमों, निकायों ,जल संस्थान, जिला पंचायत,विश्वविद्यालयों,विकास प्राधिकरण तथा केंद्र पोषित योजनाओं इत्यादि में उपनल के माध्यम से लगभग 22000 कार्मिक कार्यरत हैं जो लगातार अपनी निष्ठा एवं लगन के साथ सेवाएं दे रहा है।
सुरक्षित भविष्य हेतु कई बार कर्मचारियों को आंदोलन को बाध्य होना पड़ा है। उपनल कर्मचारी महासंघ द्वारा कई बार शासन एवं सरकार को अपनी मांग प्रस्तुत कर चुके है किंतु अभी तक उस पर कोई विचार नहीं किया गया है । जबकि उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा उपनल कर्मचारियों को नियमितीकरण एवं समान कार्य समान वेतन का आदेश भी जारी हो चुका है। जहां एक तरफ उपनल कर्मचारियों को निकाला जा रहा है उनके पदों पर नियमित पद भी निकाले जा रही है जो कि न्याय उचित नहीं है ।
उपनल कर्मचारी महासंघ द्वारा 22 एवं 23 फरवरी को कार्य बहिष्कार रखा गया है इसके बाद भी सरकार उपनल कर्मचारियों की बात नहीं मानती है तो मजबूरन अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी, प्रदेश महामंत्री हेमंत सिंह रावत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरीश कोठारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विवेक भट्ट, सभापति विनोद गोदियाल,उपाध्यक्ष अनिल जुयाल, मीडिया प्रभारी मनोज सेमवाल,अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.