अन्य राज्यो से आने को 1,98,584 प्रवासियों के पंजीकरण,गुजरात से 31 प्रवासी भी डेढ़ लाख की बस करके दून पहुंचे

देहरादून
अन्य राज्यों से उत्तराखण्ड आने के लिए 1,98,584 प्रवासियों ने पंजीकरण करा चुके हैं। दिनांक 11 मई तक विभिन्न राज्यों से 51,394 लोग उत्तराखण्ड आ चुके हैं। सचिव शैलेश बगोली ने प्रेस ब्रीफिंग में यह जानकारी देते हुए बताया कि इनमें हरियाणा से 13799, उत्तर प्रदेश से 11957, दिल्ली से 9452, चंडीगढ़ से 7163, राजस्थान से 2981, पंजाब से 2438, गुजरात से 1060 और अन्य राज्यों से 1032 प्रवासी शामिल हैं।
सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि अन्य राज्यों को जाने के लिए 29975 लोगों ने पंजीकरण कराया है, इनमें से 11 मई तक 9970 लोग जा चुके हैं। उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों से दूसरे जनपदों को आने व जाने वाले व्यक्तियों की संख्या 52621 है।
उत्तराखण्ड सरकार द्वारा रेलवे को 1 करोड़ रूपए एडवांस में जमा किए जा चुके हैं। सूरत से काठगोदाम और पुणे से हरिद्वार ट्रेन आ चुकी है। इसके अलावा सूरत से हरिद्वार स्पेशल रेल आज देर रात्रि तक पहुंचने की सम्भावना है। बैंगलोर से हरिद्वार स्पेशल रेल 1200 यात्रियों को लेकर 13 मई की देर रात्रि तक पहंुचेगी। गुजरात, तेलंगाना आदि राज्यों से फंसे हुए व्यक्तियों को रेल से लाने की प्रक्रिया गतिमान है। उत्तराखण्ड सरकार, रेलवे और संबंधित राज्य सरकारों के सम्पर्क में है।
मीडिया द्वारा पूछे जाने पर सचिव बगोली ने बताया कि बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं, परंतु बाद में आने के इच्छुक नहीं होते हैं। रजिस्ट्रेशन कराने वालों से पहले पूछा जाता है, उसी के अनुसार प्लान किया जाता है। चलने से पूर्व सभी यात्रियों की स्क्रिनिंग की जाती है, पहुंचने के बाद भी दुबारा स्क्रीनिंग की जाती है। भारत सरकार की गाईडलाईन के अनुसार सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जाती हैं।

वही दुसरी ओर वुजरत से डेढ़ लाख की बस करके 31 लोग भी पहुंचे दूंन

गुजरात से निजी खर्च पर रविवार को पहुंचे पहाड़ के 31 युवाओं को जिला प्रशासन ने सूचना न होने की बात कह तीनपानी से वापस लौटने को कहा। इस पर युवाओं ने विरोध जताया। ई-पास से पहुंचे युवाओं के बुलावे पर भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा मौके पर पहुंचे और उनके हस्तक्षेप के बाद युवाओं की थर्मल स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य जांच हुई। इसके बाद उन्हें भोजन कराकर घर भेज दिया गया। इन सभी को होम क्वारंटाइन पर रहने की हिदायत दी गई है।गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में होटल में काम करने वाले ये युवा लॉकडाउन के बाद वहीं फंस गए थे। इनमें 24 लोग नैनीताल और 7 पिथौरागढ़ जिले के थे। इन लोगों ने बताया कि घर वापसी की अनुमति की सूचना मिली थी, जिस पर राजकोट के डीएम से पास बनवाया था। इसके बाद आपस में रुपये इकट्ठे कर 1.60 लाख रुपये में बस बुक कराकर यहां आए। बताया कि रास्ते में कई जगह जांच हुई और आगे के लिए रवाना किया गया।

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