देहरादून
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ( से नि ) ने कहा कि राज्य के उभरते वैज्ञानिकों को ऐसे “गेम चेंजर“ इनोवेशन के लिए काम करना है जो रिवर्स माइग्रेशन के माध्यम से उत्तराखंड की तस्वीर और तकदीर बदल दे।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि ) ने शनिवार को राजभवन में युवा वैज्ञानिक पुरस्कार प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र कुमार अद्वैत क्षैत्री को सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि देहरादून निवासी 13 वर्षीय कुमार अद्वैत क्षैत्री कक्षा आठवीं के छात्र है । उन्होंने मात्र 11 वर्ष की आयु में हवा से चलने वाली मोटर साइकिल “अद्वैत 02“ का आविष्कार किया इसके साथ ही कुमार अद्वैत ने वर्ष 2020 मे बिना किसी पावर के चलने वाला मोबाइल चार्जर तथा वर्ष 2021 में बिजली, गैस, सौर ऊर्जा आदि का प्रयोग किए बिना पानी गरम करने वाले उपकरण का आविष्कार किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि कुमार अद्वैत क्षैत्री जैसी उभरती वैज्ञानिक प्रतिभाएं राष्ट्र की अनमोल संपदा है। यह देखकर गर्व होता है कि हमारे मेधावी बच्चे नए-नए इनोवेशन कर रहे हैं, देश को प्रगति के पथ पर ले जा रहे हैं । देश की प्रगति और समृद्धि में वैज्ञानिक शोधों एवं नए अविष्कारों की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। राज्यपाल ने कुमार अद्वैत के साथ बातचीत करते हुए विज्ञान तथा तकनीक के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि उत्तराखंड में विद्यालयी स्तर पर बच्चों में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूकता तथा अभिरुचि विकसित करने की जरूरत है । विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में रुचि रखने वाले छात्रों को इस प्रकार के आविष्कारों तथा इन्नोवेशन हेतु प्रयास करना चाहिए जिससे कि उत्तराखंड में रिवर्स माइग्रेशन, महिला सशक्तिकरण तथा स्थानीयता को मजबूती मिले।
इस अवसर पर कुमार अद्वैत क्षैत्री के पिता आदेश क्षैत्री तथा माता अमृता क्षैत्री भी उपस्थित थे।