देहरादून
भारतीय सेना की रीढ़ दून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी में शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड के देश को 456 सैन्य अफसर मिल गए। साथ ही अकादमी से 35 विदेशी कैडेट्स भी पास आउट हुए।
बताते चलें कि भारतीय सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 66 हजार 119 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इनमें मित्र देशों को आर्मी 2988 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।
आईएमए पास आउट परेड में इस बार रिव्यूइंग ऑफिसर के रूप में नेपाल के सेना प्रमुख अशोक राज ने परेड की सलामी ली।
हालांकि जेंटलमैन कैडेट्स ने भारतीय सेना में नियुक्त होने जा रहे अधिकारियों के रूप में शपथ लेने से पूर्व भारतीय सेना की परंपराओं को कायम रखने और तिरंगे झंडे को हमेशा ऊंचा रखने का संकल्प लिया गया।
शनिवार की सुबह लगभग 6 बजे अकादमी परिसर में कड़ी ठंड के बावजूद कैडेट्स के परिजन परेड मैदान पहुंचना शुरू हो गए थे। वहीं ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने परेड ग्राउंड ड्रिल स्क्वायर में सुबह 8ः54 पर कैडेट्स परेड के लिए पहुंच गए थे।
कुछ देर बाद पासिंग आउट परेड के मुख्य अतिथि और रिव्यूइंग ऑफिसर नेपाल के सेना प्रमुख अशोक राज परेड मैदान पर सलामी लेने के लिए आ ग़ए थे। कैडेट्स द्वारा कदमताल करते हुए परेड शुरू की गई तब मुख्य अतिथि ने परेड का निरीक्षण किया और परेड की सलामी ली।
इस दौरान नेपाल के सेना प्रमुख ने अकादमी में प्रशिक्षण के दौरान बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले केडेट को मेडल भी दिए गए।
कैडेट्स को रिव्यूइंग ऑफिसर के रूप में नेपाल सेना प्रमुख अशोक राज ने अपने संदेश में अकादमी के बेहतर प्रयासों की बात की और पास आउट होने वाले अफसरों को आगामी चुनौतियों के लिए शुभकामनाएं दी।
लगभग एक घंटे तक परेड कार्यक्रम में अंतिम पग पार करते हुए कैडेट्स ने प्रशिक्षण पूरा किया।
इस दौरान चेटवुड भवन के ऊपर से उड़ते तीन हेलीकॉप्टरों ने भारतीय सेना के नए अफसरों के सम्मान में आसमान से फूलों की बरसात की गई।
कैडेट्स के प्रथम पग पार करने के थोड़ी देर बाद निजाम पवेलियन में आयोजित पिपिंग सेरेमनी के दौरान सेना के नए अफसरों ने शपथ ली और परिजनों ने अपने लाडलों के कंधों पर सितारे लगाए गए।
इस दौरान अवार्ड सेरेमनी में पदक पाने वालों में….
स्वार्ड ऑफ ऑनर और मयंक ध्यानी,
प्रथम सिंह को स्वर्ण पदक,
जतिन कुमार को रजत
मयंक ध्यानी को कांस्य
प्रवीन कुमार को बांग्लादेश पदक से नवाजा गया।