देहरादून/उत्तरकाशी
जिले में पिछले एक हफ्ते में कई बार आए भूकंप के हल्के झटकों से लोग दी सहमे हुए हैं।
भूकंप की पुनरावृत्ति होने के दृष्टिगत जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने आम लोगों को सतर्क रहने तथा भूकंप से सुरक्षा हेतु जरूरी सावधानियां बरतने की अपील करने के साथ ही आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों व संगठनों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा है कि भूकंप के मामले झटकों की पुनरावृत्ति होने से आम लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं और न ही अफवाहों या भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान दें, लेकिन सभी लोगों को सावधान रहकर भूकंप से सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक एहतियातों का पालन करने के साथ ही किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखनी चाहिए।
उत्तरकाशी एवं आस-पास के क्षेत्र में गत दिनांक 24 जनवरी को प्रातः 7.41 एवं पुनः 8.19 बजे भूकंप के दो झटके महसूस किए गए थे। रेक्टर पैमाने पर इन भूकंपीय हलचलों की तीव्रता क्रमशः 2.7 एवं 3.5 दर्ज की गई थी।
इसके बाद दिनांक 25 जनवरी को प्रातः 5.47 बजे के बाद पुनः सांय 4.58 बजे तथा 5.08 बजे भूकम्प के हल्के झटके महसूस किये गये है। प्रातः आये भूकंप की तीव्रता रेक्टर पैमाने पर 2.5 आंकी गई थी, जबकि सायं के समय महसूस किए गए दोनो झटके रिक्टर स्केल पर दर्ज नहीं हुए हैं।
उत्तरकाशी क्षेत्र में ही आज पुनः 29 जनवरी को भूकंप के झटके महसूस किए गए भूकम्प का समय दोपहर- 03:28:36 IST
भूकम्प की तीव्रता- 02.07
अक्षांश: 30.82 N
देशांतर: 78.43 E
गहराई: 05 किमी0
भूकम्प का केंद्र बिंदु- तहसील, भटवाड़ी के ग्राम साल्ड उपरिकोट निसमोर के मध्य वन क्षेत्र मे था।
समस्त तहसील/थाना, चौकियों द्वारा वायरलेस/दूरभाष पर ली गयी सूचनानुसार जनपद में जिला मुख्यालय व संगमचट्टी क्षेत्रों में क्षेत्र में भूकम्प के हल्का झटके महसूस किये गये व अन्य तहसील क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस नही हुए हैं।
बताते चलें कि उत्तरकाशी का क्षेत्र भूकंप के चार व पांच जोन में आता है, जिस कारण यह क्षेत्र भूकंप की नजर से बेहद संवेदशील भी माना जाता है। भूकंप के झटके बार-बार आने से लोग सहमे हुए हैं। जनपद में आ रहे लगातार भूकंप के झटके किसी बड़े भूकंप आने के संकेत भी हो सकते हैं,लेकिन वैज्ञानिकों की माने तो ऐसा भी देखा गया है कि हल्के झटके बड़े झटकों से राहत भी दिलाते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने लगातार आ रहे भूकम्प के झटकों के दृष्टिगत जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र सहित आपदा प्रबंधन से जुड़ी सभी इकाईयों को निरंतर सतर्क रहकर निगरानी व समन्वय बनाए रखने के साथ ही सभी सम्बन्धित खोज-बचाव टीमों, आईआरएस प्रणाली में नामित नोडल अधिकारियों और सभी सम्बन्धित विभागों को पूरी तैयारी के साथ ही एलर्ट पर रहने के निर्देश दिये हैं। भूकंप से हुए नुकसान की भी पड़ताल की जा रही है।
जिला प्रशासन के द्वारा आम लोगों को सुरक्षित भवनों में रहने की अपेक्षा करने के साथ ही भूकंप सुरक्षा से जुड़ी हिदायतों को लेकर परामर्शिका एवं आपातकालीन सेवा व सहायता के लिए दूरभाष नंबर भी जारी किए हैं।
जन-सामान्य हेतु परामार्शिका
भूकंप के दौरान …
👉1. भूकंप के दौरान शांति बनाए रखें।
👉2. यदि आप घर के अन्दर है तो मजबूत टेबिल आदि के नीचे रहें। दीवारों, कांच की खिडकियों एवं भारी सामान से दूर रहें तथा लिफ्ट आदि का उपयोग न करें।
👉3. यदि आप घर के बाहर हैं, तो तुरंत खुले मैदान में जाएं और किसी भी इमारत या बिजली के खंभे से दूर रहें।
👉4. यदि आप गाड़ी चला रहे हैं, तो तुरंत गाड़ी से बाहर निकलें और एक सुरक्षित स्थान पर जाएं।
भूकंप आने के बाद…
👉1. भूकंप के बाद, सावधानी से आगे बढ़ें और अपने आसपास के क्षेत्र का मुआयना करें।
👉2. किसी भी क्षतिग्रस्त इमारत में न जाएं, क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है।
👉3. यदि आपको लगता है कि बिजली या गैस की आपूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई है, तो तुरंत इसे बंद करें।
👉4. चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है, तो तुरंत आपातकालीन सेवाओं को बुलाएं।
भूकंप के लिए निम्न तैयारी रखनी चाहिए..
👉1. रेडियों/टीवी पर आधिकारिक सूचनाओं का संज्ञान ले और अनुपालन करें।
👉2. आपातकालीन योजना बनाएं जिसमें आपके परिवार के सदस्यों के लिए सुरक्षित स्थानों की जानकारी शामिल हो।
👉3. आपातकालीन किट तैयार करें जिसमें आवश्यक वस्तुओं जैसे कि पानी, भोजन, प्रथम उपचार किट और फ्लैशलाइट शामिल हों।
👉4. नियमित रूप से अभ्यास करें ताकि आप और आपका परिवार भूकंप के दौरान क्या करना है, इसके लिए तैयार हों।
हालांकि आपात स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी किए गए निम्न दूरभाष नंबरों पर सम्पर्क किया जा सकता है…
@ जनपद आपातकालीन परिचालन केन्द्र, उत्त्तरकाशी-
01374-222126
(टोलफ्री 1077), 222722, मो0 7500337269
@ पुलिस कन्ट्रोल रूम- 112 टोलफ्री, 9411112976
@ अग्निशमन केन्द्र-7055988055
एम्बुलेंस सेवा-108 टोलफ्री।