देहरादून
कुकरेती भ्रातृ मंडल के सदस्यों के लिये गौरवशाली दिन।
कुकरेती भ्रातृ मंडल के उप-सयोजक राकेश कुकरेती (सेवानिवृत्त कर्नल भारतीय सेना ) रिटायर्ड होने से पहले ही उन्होंने सँकल्प ले लिया था कि सेनिको के बच्चो को अच्छी शिक्षा हेतु शिक्षण संस्थान खोलने का जिसमे उनकी धर्मपत्नी श्रीमती इरा कुकरेती जी ने उनका साथ देने कि प्रतिज्ञा लेकर देहरादून के नवादा क्षेत्र में स्कूल के लिए जमीन खरीदी ओर भवन निर्मित कर स्कूल का संचालन शुरु किया ।जो कि निरन्तर उच्च शिक्षण के लिये अपनी ख्याति बिखेर रहा है।कर्नल रॉक के नाम से प्रसिद्ध है। सांस्कृतिक व खेल, क्वीज ,देशप्रेम ,समाजिक, पर्यावरण पर शानदार प्रस्तुतियां रही।
कुकरेती भ्रातृ मण्डल के सभी सदस्य इसके हिस्सा बने ।और इसी मोके पर कुकरेती परिवार की एक होनहार बिटिया स्मृति कुकरेती ग्राम बरसुडी, द्वारीखाल MBBS द्वितीय वर्ष दून हॉस्पिटल एवं मेडिकल इंस्टीटूट देहरादून अध्ययनरत है।
स्मृति के पिता स्व सतीश चन्द्र कुकरेती का इंडियन एयर फोर्स में सर्विस के दौरान ही अचानक निधन हो गया था। जिससे परिवार की जिम्मेदारी स्मृति की माँ के कंधों पर आ गई थी। कोटद्वार में रहकर आँगनबाड़ी में काम करके बच्चो की देखभाल व पढ़ाई लिखाई करवाई । बरसुडी भाई-भयात के सहयोग से परिवार की प्रतिभावान, मेधावी सुपुत्री को MBBS की शिक्षा हेतु वार्षिकोत्सव में सम्मानित किया गया ओर सबके सहयोग से धनराशि ₹131100 दी गयी।
इस अवसर पर कुकरेती भ्रातृ मंडल के अध्यक्ष सुंदर श्याम कुकरेती व राजेश कुकरेती एडवोकेट ( महासचिव), विजेंद्र कुकरेती(उपाध्यक्ष) , शिव प्रसाद कुकरेती, संजय कुकरेती एडवोकेट (सह-सचिव),आत्मा राम कुकरेती, कर्नल राकेश कुकरेती , उमाशंकर कुकरेती (कोषाध्यक्ष), रमेश चंद्र कुकरेती (पूर्व जिला जज)विजय कुकरेती, अशोक कुकरेती भी मौजूद रहे।