बाबा साहेब अंबेड़कर ने संविधान में समानता , स्वतंत्रता,शोषण के खिलाफ, धर्म की स्वतंत्रता, सांस्कृतिक, शैक्षिक एवम् संवैधानिक उपचार के अधिकारो को संविधान में प्रदत्त किया… करण माहरा

देहरादून

 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय, राजीव भवन में संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने बाबा साहब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने घण्टाघर अम्बेडकर पार्क स्थित बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति एवम् पार्टी कार्यालय में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर समतामूलक समाज के परिचायक थे, उन्होंने संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका का निर्वहन करते हुए भारत निर्माण की मजबूत नींव रखी थी। उन्होंने अपने जीवन पर्यन्त समाज के कमजोर एवं उपेक्षित वर्ग केे जीवन स्तर को उठाने का सराहनीय कार्य किया। उन्होंने सदैव समाज में फैली कुरीतियों के विरूद्ध अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर एवं संविधान सभा ने हमारे देश को एक ऐसा गणराज्य घोषित किया जहां देश के लोग सर्वोच्च शक्ति रखते हैं। संविधान की प्रस्तावना का ‘हम’ शब्द इंगित करता है कि इस देश के लोग सरकार को शक्ति देते हैं और यह अपना अधिकार लोगों की इच्छा से प्राप्त करता है। हमारा संविधान समानता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय की आकांक्षाओं को आवाज देता है। संविधान का उद्देश्य जाति, वर्ग, नस्ल, लिंग और धर्म के आधार पर भारत में मौजूद विशाल असमानताओं को दूर करना और सभी क्षेत्रों में सभी के लिए न्याय सुनिश्चित करना था। बाबा साहब द्वारा बनाए गए संविधान में समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, जीवन का अधिकार, शोषण के खिलाफ अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार, सांस्कृतिक और शैक्षिक अधिकार, संवैधानिक उपचार का अधिकार संविधान में प्रदत्त किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने अपने अंतिम भाषण में चेतावनी दी थी कि यदि संविधान का अक्षरशः पालन नहीं किया गया तो भारत एक बार फिर से अपनी स्वतंत्रता खो देगा। उन्होंने कहा था कि संविधान स्वयं दस्तावेज पर नहीं बल्कि इसे क्रियान्वित करने वाले लोगों के प्रभाव पर निर्भर है। उन्होंने कहा था राजनीति में नायक-पूजा गिरावट और तानाशाही का एक गारंटीकृत मार्ग होगा और केवल राजनीतिक लोकतंत्र पर्याप्त नहीं होगा, हमें सामाजिक लोकतंत्र को प्राप्त करने की आकांक्षा भी रखनी होगी।

करन माहरा ने कहा कि आज कुछ ताकतों द्वारा भारत के संविधान में उल्लिखित अधिकारों से खिलवाड़ किया जा रहा है कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इन अधिकारों की रक्षा करनी है यही उन्हें हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

श्रद्धांजलि कार्यक्रम के उपरान्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेसजनों के साथ पुरोला के लिए प्रस्थान किया।

श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मी कपरवाण अग्रवाल, अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष दर्शन लाल, महानगर कार्यकारी अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी, प्रदेश सचिव टीटू त्यागी,नवनीत सती, कार्यकारी जिलाध्यक्ष हरिद्वार राजीव चौधरी, शिवा वर्मा, नीरज त्यागी, मोहन काला, देवेन्द्र सिंह, शीशपाल बिष्ट, रविन्द्र पुण्डीर, गिरीश आदि शामिल थे।

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