बसंती देवी को सुपर 7 महिलाओं में आज़ादी के 75 साल पूरे होने पर भारत सरकार से मिला सम्मान,जल्द दिखेंगी नैफ्लिक्स कि शार्ट फ़िल्म में

देहरादून

हमारे पहाड़ की महिलाओं को पूरा देश सम्मान की नज़र से देखता रहा है। क्योंकि यहां का भोगोलिक क्षेत्र और लाइफस्टाइल बिल्कुल अलग है,इसीलिए यहां की महिलाएं पहाड़ की रीढ़ की हड्डी है। आंदोलन हो या पहाड़ की समस्याओं के लिए आवाज बुलंद करना। महिलाएं सदैव आगे रही है। इन्हीं महिलाओं में बसंती देवी का नाम भी शामिल है।

आजादी के 75 साल पूरे होने पर भारत सरकार द्वारा सुपर 7 (सात) महिलाओं को सम्मानित किया जा रहा है उनमें बसंती देवी का नाम भी शामिल हैं, बसंती देवी ने उत्तराखंड में कोशी नदी के संरक्षण के लिए लड़ाई लड़ी है और पद्म पुरस्कार से सम्मानित हैं।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मंगलवार को सात महिलाओं को विमान उड़ाने, सर्फिंग और पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया है।

इसमें बसंती देवी को भी सम्मानीत किया गया है। अब इनकी उपलब्धियों पर शॉर्ट फिल्में बनाई जाएंगी और उन्हें ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर दिखाया जाएगा,बताते चलें कि बसंती देवी को साल 2022 पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है। बसंती देवी उत्तराखंड की प्रसिद्ध समाजसेविका हैं। बसंती देवी कौसानी के लक्ष्मी आश्रम में निवास कर रही हैं।

बसंती देवी ने पर्यावरण से लेकर समाज की कई कुरीतियों को दूर करने के लिए महिला समूहों का आह्वान किया। एक तरफ तो उन्होंने कोसी नदी का अस्तित्व बचाने के लिए महिला समूहों के माध्यम से जंगल को बचाने की मुहिम शुरु की तो दूसरी ओर घरेलू हिंसा और महिलाओं पर होने वाले प्रताड़नाओं को रोकने के लिए जनजागरण किए। यह बसंती देवी के प्रयास का ही फल है कि पंचायतों के सशक्तिकरण में उनके प्रयास का असर दिखा। इसके पहले भी बसंती देवी को देश का सर्वोच्च नारी शक्ति पुरस्कार मिल चुका है।

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