देहरादून
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री, भारत रत्न, स्व.पं.जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस के अवसर पर कांग्रेसजनों ने आज प्रदेशभर में श्रद्धांजलि सभा, गोष्ठी एवं यात्रा कार्यक्रमों के रूप में आयोजन किया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, देहरादून में कांग्रेसजनों द्वारा पं.जवाहर लाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद किया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने छिद्दरवाला में जिला कांग्रेस कमेटी देवप्रयाग से पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के नेतृत्व में टिहरी से देहरादून तक आयोजित ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ में प्रतिभाग करने के उपरान्त हरिद्वार जनपद में आयोजित भारत जोड़ो यात्रा एवं अन्य कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर उपस्थित पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पं. नेहरू के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पण्डित जवाहर लाल नेहरू द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान किये त्याग और योगदान पर हमें गर्व है। उन्होंने प्रगतिशील, धर्मनिरपेक्षता और आधुनिक भारत की जो आधारशिला रखने में योगदान दिया उसके लिए हम सब भारतवासी उन्हें कृतज्ञता से याद करते हुए नमन करते हैं। पं. जवाहरलाल नेहरू के पंचशील के सिद्धांत आज भी पूरी दुनिया को शांति का संदेश देते हैं। उन्होंने संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में समाजवाद, लोकतंत्र व नियोजन का नया प्रयोग किया था जिससे पूरे विश्व में लोकतंत्र की बयार को नई दिशा मिली थी। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हुए भारत के औद्योगिक विकास की मजबूत नींव खड़ी की थी। आजाद भारत की मजबूत अर्थ व्यवस्था की बुनियाद उनके कुशल नेतृत्व व दूरदृष्टि व विकास की सोच के कारण ही पड़ पाई थी। पं.नेहरू ने पूरे विश्व में भारत के विकास का एक नया माॅडल प्रस्तुत किया था। आज भी उन्हें पूरे विश्व में मिश्रित अर्थव्यवस्था का जनक माना जाता है। उन्होंने कहा कि पं. जवाहर लाल नेहरू जी एवं उनके द्वारा किये गये कार्यों तथा उनकी स्मृतियों को मिटाने के लिए कुछ शक्तियां जो इस समय सत्ता मद में चूर हैं, अनेकानेक कुत्सित प्रयास कर रही हैं हमें उनके इस कुप्रयास का जवाब देना है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता प. नेहरू बहुलतावादी समाज, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय तथा साझा समृद्धि के लिए राष्ट्र के संसाधनों पर समान अधिकार और अवसर के पक्षधर थे। भारत की एकता, सम्प्रभुता और अखण्डता को अक्षुण्ण बनाये रखने तथा विभाजनकारी विचारधारा की राजनैतिक शक्तियों का मुकाबला करने का मार्ग दिखाया तथा गुटनिरपेक्ष आन्दोलन का सूत्रपात किया तथा विश्व के राष्ट्रों में भारत के गौरव को बढ़ाकर विश्व नेतृत्व की भूमिका में खड़ा किया। हमे उनके दिखाये मार्ग पर चलकर साम्प्रदायिकता, घृणा और हिंसा को बढ़ावा देने का काम करने वाली शक्तियों का डटकर मुकालबा करना है। उन्होंने कहा कि पण्डित नेहरू के 12 विचार आज के भारत निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देते हैं। उन्होंने कहा था नागरिकता देश की सेवा में होती हैं। संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है। लोकतंत्र अच्छा है. मैं ऐसा इसलिए कहता हूं क्योंकि अन्य प्रणालियां इससे बदतर हैं। संकट में हर छोटी सी बात का महत्व होता है। तथ्य, तथ्य हैं और किसी की पसंद से गायब नहीं होते हैं। विफलता तभी होती है जब हम अपने आदर्शों, उद्देश्यों और सिद्धांतों को भूल जाते हैं। एक महान कार्य में लगन और कुशल पूर्वक काम करने पर भी, भले ही उसे तुरंत पहचान न मिले, अंततः सफल जरूर होता है। लोगों की कला उनके मन का सही दर्पण है। एक पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अगर अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो वे अमीर को और अमीर तथा गरीब को और गरीब बना देती हैं। वह व्यक्ति जिसे वो सब मिल जाता है जो वो चाहता था, वह हमेशा शांति और व्यवस्था के पक्ष में होता है। शांति के बिना अन्य सभी सपने गायब हो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं तथा आप दीवार के चित्रों को बदल कर इतिहास के तथ्यों को नहीं बदल सकते हैं।
इसके उपरान्त सभी कांग्रेसजनों ने पुरानी जेल स्थित नेहरू वार्ड जाकर नेहरू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, याकूब सिद्धिकी, मनीष नागपाल, गोदावरी थापली, भारत जोड़ो यात्रा मीडिया प्रभारी पी.के. अग्रवाल, भारत जोड़ो मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी, महानगर कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ.जसविन्दर सिंह गोगी, प्रवक्ता राजेश चमोली, लक्ष्मी अग्रवाल, शिवा वर्मा, शशि सेमवाल, शैलेन्द्र शेखर करगेती, राजेश पाण्डेय, लक्ष्मण सिंह नेगी, रविन्द्र पुण्डीर, शकील मंसूरी, महेन्द्र सिंह नेगी गुरू जी, शीशपाल बिष्ट, सुलेमान अली, विनोद गोयल, मदन लाल कोहली, अनुराधा आदि शामिल थे।