देहरादून
उत्तराखण्ड की हॉट सीट मॉन जानी वाली 19 राजपुर से विधायक रह चुके एवं वर्तमान में कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार के जाति प्रमाण पत्र पर एक बार फिर से सवाल उठाए गए हैं।
इस संबंध में खुड़बुड़ा मोहल्ला निवासी बालेश बवानिया ने जिलाधिकारी एवम जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायती पत्र दिया है। डीएम ने इसकी जांच उपजिलाधिकारी को सौंप दी है।
बालेश बवानिया के अनुसार जांच में जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने पर 12 फरवरी 2011 को इसे निरस्त किया गया था। आरोप है कि राजकुमार द्वारा एक और जाति पत्र तहसीलदार सदर से 10 जनवरी 2012 को बनवा लिया गया। आरोप है कि यह जाति प्रमाण पत्र राजनीतिक दबाव में बनाया गया। इसलिए इस जाति प्रमाण पत्र की जांच होनी चाहिए।
वहीं पूर्व विधायक राजकुमार का कहना है कि जाति प्रमाण पत्र को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है। कुछ लोग सस्ती राजनीति करने के लिए हर चुनाव से पहले उनके बारे में ऐसे ही भ्रम फैलाते हैं। वहीं प्रदेश सचिव सोमप्रकाश वाल्मीकि ने जाति प्रमाणपत्र पर राजनीति करने की बात कही।