गति ने स्वयमसिद्धा सम्मान-2022 समारोह में किया विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही महिलाओं को सम्मानित

देहरादून

ग्रासरूट एवेयरनेस एण्ड टेक्निीकल इंस्टीट्यूट (गति संस्था) ने उत्तराखंड में “प्रथम स्वयं सिद्धा सम्मान समारोह” – 2022 का आयोजन दयानंद वोमेन्स ट्रेनिंग कॉलेज, देहरादून में किया।

 

स्वय सिद्धा सम्मान -2022 समर्पित है समाज की उन आदर्श महिलाओं एवं युवतियों को जो स्वयं विपरीत परिस्थितियों में कर्मयोगी बन, दृढ निश्चय होकर स्वालम्बन की मिसाल बनी। उनमें से कुछ कर्मयोगिनियों को यह सम्मान भविष्य हेतु उत्प्रेरित कर ऊर्जा देने का कार्य करेगा यही ग्रासरूट अवेयरनेस एण्ड टेक्निीकल इंस्टीटयूट फॉर सोसाइटी (गति) का उद्देश्य भी है।

ग्रासरूट अवेयरनेस एण्ड टेक्निीकल इंस्टीटयूट फॉर सोसाइटी (गति) विगत 24 वर्षो से पर्यावरण संरक्षण स्वच्छता, वृक्षारोपण, महिला उत्थान, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, ऊर्जा जल गुणवत्ता एवं जल संरक्षण आदि क्षेत्रों में कार्य कर समाज को उत्प्रेरित करने का कार्य करती आ रही है और इसी श्रृंखला में 25वें वर्ष में प्रवेश कर रही है।

डी.डब्लू.टी.के सभागार में यह कार्यक्रम मुख्य अतिथि सविता कपूर विधायक केंट विधान सभा देहरादून , कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ आरती दीक्षित, प्राचार्या , दयानंद वोमेन्स ट्रेनिंग कॉलेज, देहरादून, मोना बाली प्रवक्ता अंग्रेजी, नारी शिल्प मंदिर महिला इन्टर कॉलेज, डॉ बृज मोहन शर्मा, सचिव स्पेक्स देहरादून,आलम सिंह रावत गति संस्था अध्यक्ष ,नीरज उनियाल द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ लक्ष्मी मालसी एवं उनके साथियों द्वारा

गढ़वाली मांगल गीत गाकर हुआ। इसके बाद डी. डब्लू.टी.की छात्रा कुमारी आकांक्षा एवं प्रज्ञा द्वारा दुर्गा श्लोको पर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुस्त किया गया इसके साथ ही अतिथियों का स्वागत मोना बाली द्वारा किया गया।

उत्तराखंड राज्य से सम्मान हेतु जिन महिलाओं का चयन किया गया वे सभी अपने- अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को प्रोत्साहित करने हेतु स्वयं सिद्धा सम्मान-२०२२ से सम्मानित किया गया सम्मान प्राप्त करने वाली महिलाओं में जानीमानी पत्रकार डॉ अंजलि नौरियल, जिन्होंने देहरादून में अंग्रेजी पत्रकारिता को एक नयी दिशा प्रदान की,डॉ.अंजलि वर्मा राजनैतिकशास्त्र की प्रोफेसर है एवं महिला सशक्तिकरण एवं उत्थान हेतु जमीनी स्तर पर कार्यरत है,सरोज रावत कोटद्वार से है जो उत्तराखंड की लोकसंस्कृति को पहचान दिलाने के लिए उत्तराखंड की लोक बोली गड्वाली में विभिन्न कार्यकर्मों के माध्यम से लोक संस्कृति को पहचान देने का प्रयास अपनी साथी महिलाओं के साथ प्रयासरत हैं,उर्मिला राणा राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शमशेरगढ़ देहरादून में व्यायाम की सहायक अध्यापिका है, इन्हें 32 मलेशिया इंटरनेशनल ओपन मास्टर अथ्लिक्ट्स चैंपियनशिप में 5 किमी.पैदल चाल एवं 800 मी०दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल करने का गौरव प्राप्त है,यह विद्यालय में विभिन्न खेल सम्बन्धी कार्यक्रमों का आयोजन एवं नेतृत्व कर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते रहती है, तुलसी देवी हरिपुर कलां में E-WASTE कलेक्शन सेण्टर का सञ्चालन करती है जहाँ यह एल.ई.डी.बल्ब एवं ट्यूबलाइट को रिपयेर कर ई-कचरे के न्यूनीकरण का कार्य कर रही हैं।अंजू भट्ट, प्रधानाचार्या डायनेस्टी मॉर्डन गुरूकुल एकेडमी, यह विगत ३० वर्षो से शिक्षा के क्षेत्र कार्यरत है एवं विद्यार्थियों में विज्ञान संचार हेतु विद्यालय में अतिरिक्त पाठ्यक्रम गतिविधियों का आयोजन कर मार्गदर्शन प्रदान करती है,आनंदी देवी समुदाय स्तर पर महिला एवं बाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत हैं,सोनम देवी एक साहसी महिला है जो फलो की रेडी लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रही हैं,अधिवक्ता अनुपमा गौतम जो बिना शुल्क के महिलों के कानूनी मुद्दों को सुलझाती हैं को प्रदान किया गया।

डॉ आरती दीक्षित, प्राचार्या , दयानंद वोमेन्स ट्रेनिंग कॉलेज, देहरादून ने अतिथियों को सम्बोधित कर कहा कि आप अपने सहपाठियों को हमेशा प्रोत्साहित करें एवं एक दुसरे का सहयोग कर आगे बढ़े

कार्यक्रम के अंत में नीरज उनियाल सचिव गति ने सभी आए हुए अतिथियों का कार्यक्रम में गरिमामय उपस्थिति के लिए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम के दौरान सौम्या डबराल, राहुल मौर्य, अशोक कुमार, संजीव गुप्ता डी.डब्लू.टी. के शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ पारुल सिंघल द्वारा किया गया।

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