कृषि मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुबोध उनियाल द्वारा भारत के राजस्थान और उत्तरप्रदेश में ईरान-पाकिस्तान से आये ट्ड्डिी दल के चलते उत्तराखण्ड में भी यदि किसी भी प्रकार से इनका प्रकोप होता है तो उस स्थिति से निपटने के लिए उन्होंने मीडिया के माध्यम से किसानों के लिए प्रदेश सरकार और कृषि विभाग की ओर से सामान्य एडवाईजरी जारी की गयी।
माननीय कृषि मंत्री ने मीडिया को ब्रीफ करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में टिड्डी दल ईरान-पाकिस्तान होते हुए भारत के राजस्थान और उत्तरप्रदेश के कन्नौज तक आ पंहुचा है तथा यह टिड्डी दल कई लाखों-करोड़ो की संख्या में झुण्ड में चलता है और हवा के चलने की दिशा में हजारों किमी की दूरी तय करता है। ऐसी स्थिति में यदि किसी भी प्रकार से कहीं इस टिड्डी दल का प्रकोप उत्तराखण्ड के किसी भी जनपद में दिखायी देता है तो इसके लिए किसानों के द्वारा अपनी ओर से भी इसके प्रकोप से फसल को बचाने के सामान्य उपाय किये जा सकते हैं। टिड्डी दल से फसल को बचाने के लिए धुआं जलाना, डब्बे-थाली बजाना, अथवा किसी भी तरह से आवाज लगाना तथा इसके अतिरिक्त सीमित व संतुलित मात्रा से कुछ रसायनों के छि़ड़काव करने से फसल का बचाव किया जा सकता हैं। उन्होंने कहा टिड्डी दल दिन में खेतों में तिलहन-दलहन और विभिन्न प्रकार की खाद्यान फसल को चैपट कर देता है तथा रात को जमीन पर तथा पेड़ों पर रहता है साथ ही मादा टिड्डी बड़ी संख्या में अण्डे देकर तेजी से इसकी संख्या में इजाफा कर देती है। उन्होंनें कहा कि जिन देशों में टिड्डी दल का प्रकोप देखा गया है वहां बहुत बड़ी मात्रा में फसलों को नुकसान हुआ और लोगों को भूखमरी तक का सामना करना पड़ा है। मा0 मंत्री ने उत्तराखण्ड के किसानों से आग्रह किया है कि वे अपनी ओर से उपरोक्त प्रयासों के साथ ही टिड्डी दल का यदि कहीं प्रकोप दिखाई देता है, इसकी सूचना तत्काल कृषि विभाग के जनपदीय, विकासखण्ड स्तर और न्याय पंचायत स्तर के अधिकारियों और कार्मिकों के संज्ञान में लायें। सरकार और कृषि विभाग अपनी ओर से हर तरह का सहयोग प्रदान करेगी।