भारत सरकार की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 16 मई 2020 को प्रेंस वार्ता कर रक्षा क्षेत्र में FDI को 49% से बढ़ाकर 74% करना तथा आयुध निर्माणीयो कों निगमिकरण करने के भारत सरकार के निर्णय के खिलाफ ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री देहरादून की महासंघ से समबद्ध चारो यूनियनों द्वारा संयुक्त रूप से बैठक कर सरकार के इस निर्णय का विरोध करते हुए संयुक्त रूप आंदोलन करने का निर्णय लिया बैठक में कर्मचारी यूनियन (आई एन डी डब्ल्यू एफ) के महामंत्री नीरज त्यागी ने कहा की सरकार हमेशा से मजदूर विरोधी रही है सरकार ने आयुध निर्माणीयों को निगमिकरण करने का निर्णय पहले से लिया हुआ था सभी कर्मचारियों को एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ा जाएगा प्रतिरक्षा श्रमिक संघ( भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ) के महामंत्री अवनीश कान्त द्वारा कहां की सरकार के इस तुगलकी फरमान से आयुध निर्माणीयों के कर्मचारी बेहद आहत हुए हैं सरकार के इस निर्णय से आम नागरिको की सुरक्षा से भी बहुत बड़ा खिलवाड़ किया जा रहा है आयुध निर्माणों के उपकरण से सेना का मनोबल निरंतर बढ़ता रहा है परंतु इस निर्णय से सैनिकों का मनोबल घटा है सरकार एक तरफ तो मेक इन इंडिया की बात कहती है दूसरी तरफ स्वदेशी कारखानों को बंद करने का निर्णय ले रही है जो बहुत दुखद है हमें इस लड़ाई को आर पार की लड़ाई लड़ते हुए सरकार के इस निर्णय को वापस लेने के लिए मजबूर करना होगा बहुजन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुरेश वालियन द्वारा अपना विचार रखते हुए कहा कि संयुक्त संघर्ष जो भी निर्णय लेंगे हमारा उसे पूर्ण समर्थन रहेगा। इम्प्लाईज यूनियन ( एआई डब्ल्यू एफ) के महामंत्री उमाशंकर ने सरकार की इस मजदूर विरोधी नीति का घोर विरोध करते हुए संयुक्त रूप से बड़े आंदोलन करने की अपील की है तथा सरकार को लिखित रूप से ज्ञापन देकर चेतावनी दी जाएगी कर्मचारी इस निर्णय को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा,क्योंकि ये अस्तित्व की लड़ाई है। बैठक का संचालन संयुक्त संघर्ष समिति के सदस्य जीसीएम द्वितीय के सदस्य विनय मित्तल द्वारा किया गया इस बैठक में सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखते हुए बैठक मे कार्य समिति उपाध्यक्ष मनोज पुण्डीर,अनिल बडोला, नरेश तोमर , राजेश नेगी कर्मचारी अनिल कुमार ,रविंद्र कुमार ,कार्य समिति सदस्य नरेंद्र सिंह, जे.सी.एम. चतुर्थ के सदस्य मोहम्मद हामिद आदि कर्मचारियों ने भाग लिया।