दून बार एसोसिएशन चुनाव में 9 वीं बार अध्यक्ष का ताज पहना मनमोहन कंडवाल ने,वहीं 5 वीं बार सचिव बने अनिल कुमार

देहरादून

उत्तराखण्ड की राजधानी के बार एसोसिएशन के चुनाव में नौंवी बार मनमोहन कंडवाल बार अध्यक्ष चुने गए।

मंगलवार को हुए चुनाव में मनमोहन कंडवाल ने अपने प्रतिद्वंद्वी रंजन सोलंकी को 654 वोटों से पराजित किया। वहीं सचिव पद पर अनिल कुमार लगातार पांचवीं बार विजेता रहे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी प्रकाश टी पाल को भारी मतों से शिकस्त दी।

मंगलवार सुबह नौ बजे से शुरू हुई मतदान प्रक्रिया शाम साढ़े चार बजे तक चली। कुल 3126 अधिवक्ताओं में से 2177 मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया। कोरोना संक्रमण के चलते 2021 में बार एसोसिएशन के चुनाव नहीं हो पाए थे, ऐसे में इस साल अधिवक्ताओं में मतदान करने का भारी जोश और उत्साह था। सुबह से ही अधिवक्ता मतदान करने के लिए लाइनों पर लगे दिखे। गर्मी के बावजूद अधिवक्ता अपने चैंबरों से निकलकर मतदान करने के लिए पहुंचे। मंगलवार करीब पांच बजे से मतगणना प्रक्रिया शुरू होने के उपरांत रात डेढ़ बजे ही चुनाव परिणाम घोषित हो पाए। मतगणना शुरू होते ही पूरे परिणाम आने तक अधिवक्ता ढोल की थाप पर थिरकते रहे।

अध्यक्ष पद पर विजय प्राप्त करते हुए मनमोहन कंडवाल को 1264 जबकि रंजन सोलंकी को 654 एवम आलोक घिल्डियाल को 252 मत प्राप्त हुए।

उपाध्यक्ष पड़ पर भानू प्रताप सिसोदिया को 597 मत मिले जबकि परितोष बडोनी को 297और राजीव अग्रवाल को 295 मत मिले।

सचिव पद पर अनिल कुमार को 2177 प्रकाश टी पाल को 646 एवम रविंदर कुमार को 174 मत प्राप्त हुए।

संयुक्त सचिव पद पर कपिल अरोड़ा को 724, अनिल सिंह बिष्ट 632 एवम बद्री प्रसाद उनियाल को 100 मत प्राप्त हुए।

लाइब्रेरियन के पद पर सुभाष परमार को 1013 एवम प्रमिला रावत को 129 मत मिले आडिटर पद पर ललित भंडारी को 1105 व प्रतिभा जायसवाल को 293 मत पड़े।

थ्री प्लस कार्यकारिणी सदस्य की पुरुष श्रेणी में सुभाष बहुगुणा को 707 और आविष्कार सिंह रावत को 693 व अजय कुमार को 568 मत प्राप्त हुए।

फाइव प्लस कार्यकारिणी सदस्य में मधु नेगी ने 782,अनिल कुमार ने 577 व अरुण खन्ना ने 435 मत प्राप्त किये।

सेवन प्लस कार्यकारिणी सदस्य के रूप में दीपक कुमार त्यागी ने 1054,अनुज शर्मा ने 979 मत प्राप्त किये।

टेन प्लस कार्यकारिणी सदस्य के रूप में राहुल अमोली को 788 मत मिले जबकि पंकज भंडारी को 655 मत पर संतोष करना पड़ा।

Leave a Reply

Your email address will not be published.