कई यूनिवर्सिटी के छात्र करेंगे पुलिस द्वारा महिलाओं के लिए किए गए कार्यों का ग्राउंड जीरो पर मूल्यांकन

देहरादून

अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश भर में महिला सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। इस सप्ताह के अन्तर्गत उत्तराखंड पुलिस ने भी कुछ अलग करने का प्रयास किया।

डीजीपी अशोक कुमार ने प्रदेश भर में महिलाओं की सुरक्षा व उन्हें अनुकूल माहौल प्रदान करने के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं- महिला हेल्पडेस्क, मिशन गौरा शक्ति, उत्तराखण्ड पुलिस एप का ग्राउण्ड जीरो फीडबैक लेने का निर्णय लिया गया, जिससे यह पता चले कि जमीनी स्तर पर यह योजनाएं कितनी प्रभावशाली हैं।

इसके अन्तर्गत प्रथम चरण में देहरादून के विश्वविद्यालयों ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय,

दून विश्वविद्यालय व डीआईटी की 26 छात्राओं को उनके अध्यापकों सहित पुलिस मुख्यालय बुलाया गया और उन्हें उपरोक्त योजनाओं एवं सुविधाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। जिसके उपरान्त उन्हें ग्राउण्ड जीरो से फीडबैक लेने हेतु अलग-अलग पुलिस थानों में भेजा गया।

पुलिस थानों के भ्रमण के दौरान ये छात्राएं थानों में नवगठित महिला हेल्प डेस्क की कार्यप्रणाली, गौरा शक्ति मॉड्यूल और उत्तराखण्ड पुलिस एप से प्राप्त शिकायतों पर कार्यवाही की प्रक्रिया, महिला आगन्तुकों के साथ व्यवहार, महिला सम्बन्धी शिकायतों पर कार्यवाही की प्रक्रिया, थानों में तैनात महिला कर्मियों का वर्क रूटीन एवं उनकी कार्यप्रणाली सहित अन्य विषयों के बारे में जमीनी स्तर की जानकारी लेंगी।

पुलिस थानों के भ्रमण के उपरान्त इन छात्राओं द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस की इन सभी योजनाओं एवं सुविधाओं के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से ग्राउण्ड जीरो से फीडबैक लिया जाएगा। फीडबैक के आधार पर इनमें जो भी सुधारात्मक परिवर्तन लाने होंगे उन पर विचार किया जाएगा। इसके साथ ही युवाओं को पुलिस की जमीनी हकीकत की जानकारी के साथ पुलिस से निकटता बनेगी जिससे उनमें पुलिस के प्रति बनी पुलिसिया भ्रांतियां भी दूर करने में मदद मिलेगी।

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