देहरादून/रानी पोखरी
रानीपोखरी थाने में पंजीकृत वादी विजेंदर सिंह निवासी थानों द्वारा अभियोग पंजीकृत कराटे हुए कहा गया कि मेरी पुत्री आरती की शादी 12 दिसंबर 2021 को भोगपुर निवासी पवन रावत के साथ हुई थी। मेरे द्वारा सामर्थ्य के अनुसार अपनी पुत्री को दान दहेज दिया गया था लेकिन उसके ससुराल पक्ष द्वारा शादी के बाद से ही लगातार मेरी पुत्री को परेशान किया जा रहा था तथा बीती 27 फरवरी 2022 की रात उसके ससुराल पक्ष द्वारा मेरी पुत्री की हत्या की गई है तथा मेरी पुत्री को मृत अवस्था में जौली ग्रांट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है जिसमें उसके पति पवन रावत देवर बिपिन रावत सास राजेश्वरी देवी और उसका मौसा चंद्रशेखर शामिल थे।
उसके मौसा चंद्रशेखर द्वारा पवन को भारतीय स्टेट बैंक में डिप्टी मैनेजर के पद पर होना बताया गया था लेकिन बाद में पता चला कि पवन रावत भारतीय स्टेट बैंक में तैनात नहीं है जिस कारण इन सब ने मिलकर मेरी पुत्री की हत्या कर दी है।
जिसके आधार पर थाना रानीपोखरी में अपराध संख्या 12/22 धारा 304 बी आईपीसी में नामजद पंजीकृत किया गया।
विवेचना क्षेत्राधिकारी डोईवाला द्वारा की जा रही है।
विवेचना के दौरान ही मृतका के पति व देवर को पूर्व में ही दिनांक 28 फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
शेष वांछित नामजद अभियुक्त मृतका की सास राजेश्वरी देवी व मौसा चंद्रशेखर को आज गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया।