देहरादून
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 फरवरी 2024 को उत्तराखंड के 9 चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधाओं का वर्चुअल लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। इस आशय की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर. राजेश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री प्रदेश के पांच जिलों में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट और हरिद्वार में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा जिला चिकित्सालय रुद्रपुर में क्रिटिकल केयर ब्लॉक और उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर में ट्रांजिट हॉस्टल के निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे। सभी आठ सेवाओं पर रुपये 36.26 करोड़ की लागत आई है।
स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर. राजेश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को आयुष्मान भारत, विकसित भारत की सौगात देने जा रहे हैं। जिसके अंतर्गत प्रदेश के सभी जनपदों में 25 फरवरी को कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा एवं राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन देहरादून में स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत की अध्यक्षता में किया जाएगा। जिसमें जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्य अधिकारियों/कर्मचारियों, आम जनमानस को आमंत्रित कर लाइव प्रसारण किया जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर. राजेश कुमार ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा राजकोट से वर्चुअल माध्यम से उत्तराखंड के 8 परियोजनाओं प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन (पीएम-अभिम) के तहत जनपद उत्तरकाशी के पुरोला, नैनीताल के भवाली, रुद्रप्रयाग के जखोली, बागेश्वर के कपकोट, चंपावत के बाराकोट में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बी.पी.एच.यू.) एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.) के अंतर्गत जनपद हरिद्वार में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण करेंगे। यह परियोजनाएं 13.93 करोड़ की लागत से स्वास्थ्य इकाइयां निर्मित की गई है।
स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर. राजेश कुमार के अनुसार माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा पीएम-अभिम के अंतर्गत जनपद उधम सिंह नगर स्थित जिला चिकित्सालय रुद्रपुर में क्रिटिकल केयर ब्लॉक एवं एन.एच.एम. के अंतर्गत जनपद पौड़ी स्थित उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर में चिकित्साधिकारियों हेतु ट्रांजिट हॉस्टल के निर्माण का शिलान्यास करेंगे। यह 22.33 करोड़ की लागत से निर्मित होंगी।
स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर. राजेश कुमार ने बताया कि पीएम नरेन्द्र मोदी भौतिक रुप से गुजरात के राजकोट से देश के 25 राज्यों को 11,391.79 करोड़ की लागत से तैयार स्वास्थ्य सेवाओं की सौगात देंगे। जिसमें उत्तराखंड के स्वास्थ्य इकाइयों सहित देश भर में नए एम्स, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज के अलावा आईसीएमआर की शोध यूनिट और खाद्य सुरक्षा को लेकर अनुसंधान प्रयोगशालाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे।
स्वास्थ्य सचिव द्वारा बताया गया कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा आम जनमानस को सुरक्षित, पौष्टिक एवं गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु उत्तराखंड राज्य को 02 सचल खाद्य परीक्षण विश्लेषणशालायें (फूड सेफ्टी ऑन व्हील) जिनकी कुल लागत रूपये 87.40 लाख उपलब्ध करवायी गयी है। सचल खाद्य परीक्षण विश्लेषणशालाओं द्वारा समय-समय पर राज्य में भ्रमण कर आम उपभोक्ताओं द्वारा उपभोग किये जा रहे विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का मौके पर ही परीक्षण किया जायेगा तथा विश्लेषणशाला में स्थापित डिस्पले स्क्रीन एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा खाद्य सुरक्षा से संबधित जानकारी प्रदान की जायेगी।
सचल खाद्य परीक्षण विश्लेषणशाला का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस को उपलब्ध कराये जा रहे खाद्य पदार्थों का मौके पर ही परीक्षण, प्रशिक्षण एवं खाद्य सुरक्षा से संबंधित जन-जागरूकता प्रदान किया जाना है, जिनको आगामी चारधाम यात्रा मार्गों, पर्यटक स्थलों, कांवड यात्रा मार्ग एवं विभिन्न मेलों इत्यादि में संचालित किया जायेगा।