देहरादून
स्पेक्स एवम युकोस्ट के संयुक्त तत्वाधान में दिनाँक 3 से 7 जनवरी 22 तक उत्तराखण्ड के दुर -दराज के क्षेत्रों अल्मोडा के सल्ट एवं पौडी के नैनीडाण्डा विकासखण्ड के विद्यार्थियों ने देहरादून के विभिन्न संस्थानों का शैक्षिक भ्रमण कर विज्ञान से संबन्धित बहुत सी जानकारियों को प्राप्त किया।
इस शैक्षिक भ्रमण के दौरान प्रथम दिवस सभी विद्यार्थी कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुऐ भारतीय सर्वेक्षण विभाग के विभन्न शाखाओं जिसमे वनस्पति सर्वेक्षण सस्ंथान, मानव सर्वेक्षण सस्ंथान एवं प्राणी सर्वेक्षण सस्ंथान का भ्रमण किया गय। जिसमे छात्र-छात्राओं नें विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों , पेड, पौधों की विभिन्न प्रजातियों के विषय में बहुत ही सरल भाषा में गहनता से जानकारी प्राप्त की। डॉ० पुरूषोत्म द्वारा सभी विद्यार्थियों को पौधों को संग्राहलय में संरक्षित करने की विधि के साथ ही साथ वहँा बनी वनवाटिका में लगे विभिन्न प्रजातियों के पेड-पौधों की जानकारी से अवगत करवाया गया।
मानव सर्वेक्षण संस्थान में उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश,पंजाब,हरियाणा,जम्मु कश्मीर और हिमाचल की जन जातियों समुदायों, लोक जीवन से संबन्धितसास्कृतिक,पुरातात्विक, सामाजिक परम्परा आदि के विष्लेशण से संबन्धित षोध पर आधारित जानकारी डॉ० शयोमो श्री बोरा द्वारा दी गई । प्राणी सर्वेक्षण विज्ञान संस्थान में मानव एव विभिन्न प्रजाति के जीवों के जीवाश्म से संबन्धित जानकारी ली गई समय काल परिस्थिति के परिर्वतन से प्राणी जिसमें पशु पक्षियों एवं मानव के विकास की प्रक्रिया साथ-साथ चलती हैं। जिससें की जीव जन्तुओं एवं मानव शरीर की संरचना में भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार परिर्वतन आते रहें । करोडों सालो के इन परिर्वतनो एव बदलाओं की वैज्ञानिक विधि द्वारा खोज कर निकाले गये निषर्कषो एवं दबे हुए पशु पक्षियों एवं मानव के कंकालों को सुरक्षित तरीके से संरक्षित कर संग्राहलय में रखे जाने की विधि को समझनें का प्रयास किया गया।
दूसरे दिन सभी विद्यार्थियों को झाझरा स्थित विज्ञान धाम भ्रमण करवाया गया जिसमें सभी विद्यार्थियों ने फिजिक्स म्युजियम में भौतिक विज्ञान के अनेकों सिद्वान्तों पर आधारित गतिविधियों से छात्र छात्राओं को इंजीनियर नीतिन कपिल द्वारा जानकारी से अवगत करवाया गया । अवगत करवाया गया । अगले सत्र में हिमायन गैलरी के विषय पर इंजीनियर नीतिन कपिल द्वारा जानकारी से अवगत करवाया गया ।
अगले सत्र में हिमालय गैलरी के विषय पर इंजीनियर अंकित कंडियाल ने सभी को हिमालय से जुडी अनेकों पर्वतों के की जानकारी दी उसके द्वारा बताया गया कि हिमालय का उद्वम कैसे हुआ किस प्रकार हिमालय में समय समय पर हलचल व भूगर्भिय उथल पुथल होती रहती है जिस कारण हिमालय की ऊँचाई बढती रहती हैं और ये सबसे नई पर्वत श्रंखलाओं में से है जो कि नेपाल,भूटान,चीन,पाक्स्तिान एव भारत तक फैली हुई हैं। साथ ही साथ हिमालय पर उत्पन्न होने वाली जडी बुटी एवं वनस्पतियों व निवास करने वाले जीव जन्तु एवं मानव के रहन सहन, खाने पीने, पहनावे, सामाजिक संरचना एवं कृषि संबन्धित जानकारी दी गई । 3 डी के विकास व टकनीकि की जानकारी बहुत ही सरल तम तरीके से डा० कैलाश भ्रदवाज द्वारा बताया गया ।
तीसरे दिन सभी विद्यार्थियों को विश्रान्ति रिर्जोट में सुवरोतो बैनर्जी द्वारा भ्रमण करवाया गया तथा सभी पक्षीयों के नाम व कहाँ से लाये गये उनकी जानकारी दी गई । चौथे दिन नीरज उनियाल ने कण्डौली स्थित स्पेक्स कार्यलय का भ्रमण करवाया गया जिसमें विद्यार्थियों ने ई-कचरा सेन्टर की कार्य प्रणाली के विषय में अशोक कुमार से जानकारी ली गई।
स्पेक्स को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौधेगिकि विभाग के सौजन्य से स्थापित लैब को कु० चन्द्रा द्वारा सभी विद्यार्थियों को भ्रमण करवाया गया तथा लैब में रखे उपकरणो के विषय में जानकारी दी गई । राहुल मौर्या द्वारा बेकार के सामान से बने वैज्ञानिक सिद्वान्तों पर आधारित उपकरणों को बनाने व सिद्वान्तों बताने का प्रयास किया । राम तीरथ मौर्या द्वारा बैम्बू -लैम्प,ट्युब लाईट,झालर एव बल्ब बनाने का प्रशिक्षण दिया गया ।
पांचवें व अंतिम दिवस सभी विद्यार्थियों ने अपने भ्रमण के अनुभवों को संस्था सचिव डा० बृज मोहन शर्मा व स्पेक्स के सभी सदस्यों व अपने साथियों के साथ एक न्यूज लेटर के रुप में अपने भ्रमण के अनुभवों को साझंा किया डा० बृज मोहन शर्मा द्वारा अपने सम्बोधन में सभी आये हुए बच्चों के अनुशासन एवं भ्रमण में बताई गई बातों को ठीक प्रकार से
समझने व उसे सीखने के लिए प्रसंसा की व सीखी हुई सभी बातों अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा दी ।