हरिद्वार
जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर ने कल कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कोविड-19 एस0ओ0पी0 रिव्यू बैठक में कहा है कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने की दिशा में काफी सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपके पास जैसे ही कोविड की सूचना आती है, उसी वक्त उच्च अधिकारियों को सूचना देनी चाहिये। आपके त्वरित निर्णय व सूचना देने से कई लोगों की जान बच सकती है।
होम आइसोलेशन का जिक्र करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वालों के लिये अलग से टीम जायेगी। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में हर व्यक्ति को ट्रेस करना होगा, जिसका पूरा हिसाब-किताब होना चाहिये । जब कोई टीम घर पर जाती है तो वहां जाकर वे उन्हें होम आइसोलेशन की पूरी जानकारी दें, जिससे होम आइसोलेशन का पूरा पालन होने के साथ ही, उसके बेहतर परिणाम सामने आ सकें। सी0 रविशंकर ने सख्त निर्देश दिये कि कुछ लोग कोराना सम्बन्धी गलत जानकारी देकर गुमराह करते हैं, जिससे संक्रमण फैलता है। ऐसे लोगों के खिलाफ हेल्थ डिपार्टमेंट एफआईआर दर्ज करे। गलत सूचनाओं का पता लगाया जाये तथा जो जानबूझकर गलत पता देता है तो दोषी वही है, जो भी संक्रमण को फैलाने में भागीदार होता है, उसे सजा अवश्य मिलनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि सी0सी0सी0 के नोडल अधिकारी को प्रत्येक व्यक्ति को तुरन्त रिस्पाॅन्स देना चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का वेरिफिकेशन करना नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी है, जिसका फीड बैक प्रत्येक दिन मिलना चाहिये।
सी0 रवि शंकर ने अधिकारियों को भविष्य के लिये हिदायत दी कि जहां पर भी जो व्यवस्थायें सम्पन्न होनी हैं, वे समय पर हों, मरीजों को दिया जाने वाला भोजन गरम होना चाहिये तथा उसकी गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिये एवं भोजन की जितनी मात्रा होती है, वह पूरी होनी चाहिये।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि काण्टेक्ट ट्रेसिंग की सूचना नोडल अधिकारियों को तुरन्त दें। कहा कि नोडल अधिकारी आपसी समन्वय के लिये हैं तथा काण्ट्रेक्ट टेªसिंग को मिशन मोड में लिया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि काण्ट्रेक्ट ट्रेसिंग का मूल कण्टेनमेंट जोन हैं।
आरोग्य सेतु एप का उल्लेख करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें कोई शिथिलता नहीं दी गयी है। इसको अधिक से अधिक इस्तेमाल में लाना समय की मांग है। सी0 रवि शंकर ने अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक दिन का आंकलन होना चाहिये तथा कहीं से भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिये। उन्होंने कहा कि बाॅर्डर मैंनेजमेंट की स्थिति सन्तोषजनक नहीं है, इसमें काफी सुधार लाने की आवश्यकता है। उन्होेंने हिदायत देते हुये कहा कि कल से व्यवस्थाओं में सुधार लाते हुये अच्छे परिणाम सामने आने चाहिये, अन्यथा की स्थिति मंें कार्रवाई होगी। उन्होंने फिजिकल डिस्टेंसिंग का जिक्र करते हुये कहा कि यह बहुत जरूरी है।
उक्त बैठक में ए0सी0एम0ओ0 डाॅ0 अजय कुमार, डीडीओ पुष्पेन्द्र चैहान, पी0डी0डी0आर0डी0ए0 आर0सी0 तिवारी, एस0डी0एच0 रूड़की जोन डाॅ0 ए0के0 मिश्रा, ए0सीएम0ओ0 विनोद कुमार टम्टा, ए0सीएम0ओ0 डाॅ0 पंकज जैन, डी0एस0ओ0 के0के0 अग्रवाल, जिला उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव, जिला पर्यटन अधिकारी श्रीमती सीमा नौटियाल, ए0सीएम0ओ0 डाॅ0 एच0डी0 शाक्य, सहायक निदेशक मत्स्य अनिल कुमार, कमाण्डेंट होमगार्ड गौतम कुमार, डी0ओ0पी0आर0डी0 वरद जोशी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेन्द्र पाल, डिप्टी कमाण्डेंट ए0टी0सी0 श्री सुरजीत सिंह पंवार, एस0एन0ए0 नगर निगम हरिद्वार, तनवीर मारवाह, एस0एल0ए0ओ0 हरिद्वार श्रीमती स्मृता परमार, एस0पी0 सिटी श्रीमती कमलेश उपाध्याय, मिनिसिपल कमिश्नर रूड़की श्रीमती नूपुर वर्मा, महाप्रबन्धक जिला उद्योग श्रीमती अंजनी रावत, आर0एम0 सिडकुल जी0एस0 रावत, सेक्रेट्री रेडक्रास डाॅ0 नरेश चैधरी आदि उपस्थित थे।