देहरादून
देहरादून के गुरुनानक गर्ल्स इंटर कॉलेज के मैदान में चल रहे गांधी शिल्प बाज़ार के छठवे दिन मेले में बायर सेलर मीट का आयोजन किया गया।
मीट मे खरीदार और हस्तशिल्पियों को आमने वैठकर एक दूसरे को समझने समझाने का मौका मिला।
इस मौके पर मेले के आयोजक ने बताया कि इस तरह की मीट से बिचौलियों का हस्तक्षेप खत्म हुआ है। हस्तशिल्पियों को उनकी मेहनत का फल मिलता है और अच्छी आर्थिकी मिलती है।
उन्होंने बताया कि गांधी शिल्प बाजार में नाबार्ड ने 20 स्टाल,नेशनल जुट बोर्ड ने 25, सूक्ष्म एवम लघु,मध्यम विभाग(उद्योग निदेशालय केंद्र सरकार)के 25 स्टॉल्स लगाए गए हैं।जिनमे स्थानीय स्वयं सहायता समूह व शिल्पियों ,कृषि आधारित उत्पादों को बढ़ावा देने हेतु वित्तीय सहयोग किया गया है। शिल्प बाजार में लगभग 150 स्टॉल्स लगाए गए हैं। जिसमे देश भर के विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्पी अपनी कला को प्रदर्शित कर रहै हैं।
पश्चिमी बंगाल से पहुंचे बासुदेव मंडल ने ड्राई फ्लावर का स्टाल लगाया है। वो कहते हैं कि आम लोगो को अभी तक नेचरल ओर मशीनों से बनी चीजों में फर्क ही समझाना वेहद मुश्किल काम बना हुआ है। लेकिन इसके बावजूद दिन प्रतिदिन ग्राहक बढ़ते जा रहे है।
बंगाल के ही नेचुरल जवैलरी बनाने वाले देहरादुन में 4 बार मेलों में अपनी स्टाल लगा चुके हैं। मेले में उनकी जवेलरी की स्टाल पर सबसे ज्यादा महिलाओं ने सामान लिया है। बंगाल की ज्वैलरी की जबरदस्त डिमांड है।