देहरादून/ऋषिकेश
पेट्रो पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी के खिलाफ टैक्सी संचालकों ने अपने वाहनों को रस्से से खींचकर सांकेतिक विरोध दर्ज किया। उनका कहना था कि पेट्रोल-डीजल की मूल्य वृद्धि से परिवहन कारोबारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक व मालिक एसोसिएशन से जुड़े लोगों ने आईएसबीटी परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान एसोसिएशन अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि केंद्र सरकार ने विगत 12 दिनों में 10वीं बार पेट्रोल-डीजल के दामों को बढ़ाया है। जिसके आगे भी बढ़ते रहने का अंदेशा है।
उन्होंने कहा कि पेट्रो पदार्थों की रिकॉर्ड मूल्य वृद्धि से यात्री भाड़े एवं माल भाड़े के रूप में 15 से 20 प्रतिशत मूल्य वृद्धि होना निश्चित है। जिसका खामियाजा आम जनमानस को उठाना पड़ेगा। रावत ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार से अविलंब पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों को कम करने की मांग की है।
रावत ने कहा कि चार राज्यों में बहुमत के बाद आम जानमाल को महंगाई के हथियार से हलाल करना कतई उचित नहीं है। धरने पर मोजूद लोगो ने पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों को कम करने की मांग की है।
रावत ने कहा कि चार राज्यों में बहुमत के बाद आम जनमानस को महंगाई के हथियार से हलाल करना कतई उचित नहीं है। सरकार को डीजल पेट्रोल के दाम नियंत्रित करने हेतु विशेषज्ञ कमेटी का गठन करना चाहिए।
प्रदर्शन में एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नरेंद्र वर्मा, महासचिव विजेंद्र कंडारी, सह सचिव रमेश सिंह रावत, कोषाध्यक्ष उमेश चौहान, छोटेलाल दीक्षित, अनुपम भाटिया, दिगंबर सिंह, वीरेंद्र मिश्रा, सहदेव, श्रीकांत शर्मा, पुराण सिंह रावत, अजय रयाल, किशोर रमोला, बीडी जोशी, मनजीत कोटवाल, हीरा भट्ट, राजकुमार सैनी, गोपाल जुगलान, राजीव शर्मा, अनिल गुप्ता, राधेश्याम आदि शामिल थे