देहरादून
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसजनों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेशभर में आई प्राकृतिक आपदा से हुए भारी जानमाल के नुकसान के मामले को लेकर राज्य के मुख्य सचिव से उनके कार्यालय में मुलाकात कर दैवीय आपदा प्रभावितों को मुआबजा दिये जाने तथा आपदा प्रभावित क्षेत्र के लोगों का उचित विस्थापन किये जाने की मांग के साथ ही खटीमा स्थित शहीद स्थल के लिए आवंटित भूमि का यथावत रखे जाने की मांग की।
मुख्य सचिव को सौंपे ज्ञापन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड में लगातार हो रही भारी बरसात से राज्य के कई जनपदों में लोगों के जानमाल की भारी क्षति हुई है। जहां एक ओर पर्वतीय क्षेत्रों में अतिवृष्टि एवं बादल फटने की घटनाओं के कारण भारी जन हानि हुई है तथा कई लोगों को असमय कालकल्वित होना पड़ा है। वहीं मैदानी जनपदों में बरसात का पानी लोगों के घरों में घुसने के कारण उन्हें भारी नुकसान हुआ है। राज्यभर में लगातार हो रही भारी बरसात एवं अतिवृष्टि से राजधानी देहरादून के कई क्षेत्रों में भी भारी नुकसान के समाचार मिले हैं। देहरादून महानगर के विभिन्न आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने से ऐसा प्रतीत होता है कि मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के बावजूद राज्य के आपदा प्रबन्धन विभाग द्वारा दैवीय आपदा संभावित क्षेत्रों में समय रहते सुरक्षा के कोई प्रबन्ध नहीं किये गये हैं तथा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरूप आने वाले दिनों में होने वाली भारी बरसात में प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की जानमाल की सुरक्षा का खतरा बना हुआ है जिसके लिए समुचित कदम उठाये जाने नितांत आवश्यक हैं।
प्रीतम सिंह ने दिनांक 20 जुलाई 2020 को हुई भारी बरसात से पिथौरागढ़ के धारचूला में जानमाल की हुई भारी क्षति की ओर भी ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि जनपद पिथौरागढ़ की तहसील मुनस्यारी क्षेत्र के टांगा एवं गैला गांव में अतिवृष्टि एवं बादल फटने की घटनाओं के कारण पहाडी धंसने से भारी जन हानि हुई है। इस दुर्घटना में 5 लोगों की असमय मौत हो चुकी है तथा 9 लोग लापता बताये जा रहे हैं। भारी बरसात के कारण पूरे मुनस्यारी क्षेत्र का मुख्यालय से सम्पर्क टूट चुका है जिससे पीडितों तक राहत भी नहीं पहुंच पा रही है। राज्यभर में लगातार हो रही भारी बारिस एवं अतिवृष्टि से कई अन्य क्षेत्रों में भी भारी नुकसान के समाचार मिले हैं। मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के बावजूद राज्य के आपदा प्रबन्धन विभाग द्वारा दैवीय आपदा संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के कोई प्रबन्ध नहीं किये गये हैं। पिथौरागढ़ की घटना के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के मन में दहशत का माहौल व्याप्त है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरूप आने वाले दिनों में होने वाली भारी बरसात में प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की जानमाल की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु समय रहते राज्य के आपदा प्रबन्धन विभाग को समुचित कदम उठाने के साथ ही संवेदनशील क्षेत्र के लोगों के उचित विस्थापन की व्यवस्था की जानी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि लगातार हो रही मूसलाधार बारिस एवं अतिवृष्टि के कारण देहरादून महानगर के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों मे आवासीय मकानों के पास पुस्ता ढहने से जानमाल के नुकसान का खतरा बना हुआ है। जहां कैन्ट विधानसभा क्षेत्र में मित्रलोक काॅलोनी, गोविन्दगढ़, टीचर्स काॅलोनी व जवाहर काॅलोनी तथा मसूरी विधानसभा क्षेत्र के कैनाल रोड़ पर पुस्ता ढहने के कारण लोगों के आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं वहीं राजपुर विधानसभा क्षेत्र के चन्दर नगर तथा रायपुर विधानसभा क्षेत्र के पंचपुरी व सरस्वती विहार में लोगों के घरों में बरसात का पानी घुसने के कारण लोगों को भारी नुकसान हुआ है। मित्रलोक काॅलोनी में चकराता रोड़ से किशननगर चोक तक पानी की निकासी न होने से पानी सड़क पर जमा होने के साथ ही लोगों के घरों में घुस गया जिससे दर्जनों लोगों के घरों में भारी नुकसान हुआ है तथा कई आवासीय मकानों को भी भारी क्षति हुई है।
प्रीतम सिंह ने मुनस्यारी क्षेत्र सहित पूरे प्रदेशभर में दैवीय आपदा में मारे गये प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रूपये तथा प्रभावित परिवारों को 5-5 लाख रूपये का शीघ्र मुआबजा दिया जाय तथा प्रभावित क्षेत्र के लोगों की जानमाल की सुरक्षा करने तथा उनके समुचित विस्थापन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की।
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने जनपद उधमसिंह नगर के तहसील खटी के अन्तर्गत पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा शहीद स्थल के लिए आवंटित की गई भूमि को अन्यत्र स्थान्तरित किये जाने का भी विरोध किया तथा मुख्य सचिव से शहीद स्थल के लिए आवंटित भूमि का यथावत रखे जाने की मांग की। प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य निर्माण आन्दोलन के दौरान खटीमा में हुए गोली काण्ड में शहीद हुए शहीदों की स्मृति में शहीद स्थल के लिए राज्य की पूर्ववर्ती सरकार द्वारा भूमि आवंटित की गई थी परन्तु संज्ञान मे आया है कि उक्त शहीद स्थल की भूमि को अन्यत्र स्थान्तरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण आन्दोलन में खटीमा गोलीकाण्ड के शहीदों की बडी भूमिका रही है तथा खटीमा में हुए गोली काण्ड राज्य आन्दोलन की जनभावना से जुडा हुआ स्थान है यदि इस भूमि को अन्यत्र स्थान्तरित किया जाता है तो यह शहीदों का अपमान होगा इस हेतु खटीमा स्थित शहीद स्मारक के लिए आवंटित भूमि को यथावत रखा जाना चाहिए।
ज्ञापन देनेवालों में प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह के अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह, प्रदेश महामंत्री भुवन कापडी, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, गिरीश पुनेड़ा, प्रदीप कवि, जोध सिंह रावत आदि शामिल थे।