नागरिक खाद्य पदार्थों की मिलावट से परेशान,खाद्य सुरक्षा विभाग खानापूर्ति में व्यस्त..नागरिक सुरक्षा संगठन – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

नागरिक खाद्य पदार्थों की मिलावट से परेशान,खाद्य सुरक्षा विभाग खानापूर्ति में व्यस्त..नागरिक सुरक्षा संगठन

देहरादून

विश्व उपभोक्ता दिवस पर संयुक्त नागरिक संगठन के तत्वाधान में अखिल भारतीय उपभोक्ता समिति तथा दून सिटीजन काउंसिल के संयुक्त प्रयास से कार्यक्रम का आयोजन तस्मिया अकैडमी इंदौर रोड पर आयोजित किया गया।

कार्यक्रम मे सामाजिक संस्थाओ के प्रतिनिधिगण भी शामिल हुए। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा आम नागरिक खाद्य पदार्थों की मिलावट से अपने स्वास्थ्य को धोखा दे रहे हैं। सरकारी खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों की जांच केवल खानापूर्ति सिद्ध हो रही है। मिलावटखोरी पर अंकुश नही है। खाद्य पदार्थो मे मिलावट के दोषी पाए गए लोगों पर दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग भी की गयी।

वक्ताओं ने कहा अस्पतालों में दिनोंदिन रोगियों की बढ़ती भीड़ जिसका कारण खाद्य पदार्थों और खाने पीने की चीजों में मिलावट है। इसपर दवाइयों में मिलावट खोरी के सबूत पिछले वर्षों में पकड़ी गई नकली दवाइयों की खेप है जो रोगियों को आराम की जगह मौत के और करीब ला रही हैं।हर चीज मे मिलावट आम है।शुद्धता की गारंटी नही है।ऐसे मौत के सौदागरों को मौत की सजा मिलनी जरूरी है। मिलावट करने वाले और मिलावटी सामान बेचने वाले दोनों ही दोषी हैं।वकताओ ने कहा आमजन को सेवाओं का भी अधिकार है परंतु सरकार द्वारा दी जा रही सेवाओं से आमजन संतुष्ट नहीं हैं।

बिजली उपभोक्ता मासिक बिल भेजने,फिक्स चार्ज मे बढोतरी 9 ₹ प्रति यूनिट चार्ज बढ़ने से परेशान हैं और विद्युत नियामक आयोग मूकदर्शक बना बैठा है। शहर में सफाई सीवरेज सड़कों की बदहाली देखकर लगता है कि यह स्मार्ट सिटी नहीं बल्कि नारकीय जीवन की तस्वीर है। आमजन को स्वच्छ वायु,स्वच्छ जल उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है परन्तु सरकार और शासन के अधिकारी आखें बन्द किये बैठे है।इनकी जिम्मेदारियों के निर्वहन के लिए इनपर दबाव डाला जाना उपभोक्ताओं के हित में होगा।

वक्ताओं ने कहा कि उपभोक्ताओं को सूचना का अधिकार, चुनने का अधिकार, शिकायतों को चुने जाने का अधिकार, निवारण का अधिकार, उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार, मूलभूत सेवाओं का अधिकार, स्वास्थ्य पर्यावरण का अधिकार दिए गए हैं परंतु यह अधिकार केवल कागजों में ही सीमित हैं। हमें इन अधिकारों को हासिल करने के लिए संघर्ष करना होगा तभी उपभोक्ताओं को रावत मिल सकेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्रिगेडियर केजी बहल ने की। मुख्य अतिथि डॉ एस फारूख थे और संचालन आरिफ खान ने किया।

इस अवसर पर पद्मश्री कल्याण सिंह रावत,श्वेता राज तलवार, सीपी ओबरॉय, केडी सिंह, सेवा सिंह माथुर, ठाकुर आर एस कैंथुरा,एमएस नेगी,कर्नल बीएम थापा,कर्नल केएस मान, विशाल मलिक,केडी सिंह, डॉ एसएस खेरा, एलपी रतूड़ी, इंजीनियर बीपी नौटियाल,रविंद्र नेगी, प्रशांत सिंह, मुकेश नारायण शर्मा, पूजा सुबबा,प्रदीप कुकरेती, सुशील त्यागी,आर के बख्शी,एडवोकेट राज गीता शर्मा, डॉक्टर प्रिया पांडे कोशिक, गुलिस्ता खानम, राधिका परवीन, चौधरी ओमवीर सिंह, डॉ मुकुल शर्मा, गीता चौधरी, सीमा सिंह, रीता सूरी आदि उपस्थित थे।

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