झंडा मेला..मंगलवार 22 मार्च को महंत देवेंद्रदास की अगुआई में होगा झंडा आरोहण,देश विदेश से पहुंचे श्रद्धालु

देहरादून

भारत के उत्तराखण्ड में होने वाले एक प्रमुख मेले श्री झंडे जी मेले में शामिल होने के लिए देश -विदेश से बड़ी संख्या में संगतें श्री दरबार साहिब पहुंच गई हैं।

देश के अलग अलग हिस्सों से रविवार को पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित लाखों की संख्या में श्रद्धालु श्री दरबार साहिब पहुंचे। विदेशों से भी संगतों का आगमन शुरू हो गया है। दरबार साहिब के सज्जादानाीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज ने संगतों को र्दान दिए व आशीर्वाद दिया। श्री गुरु राम राय महाराज, श्री झण्डा साहिब महाराज व श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज के जयकारों से झंडा दरबार साहिब परिसर गूंज उठा।

रविवार को नित्य पूजा-क्रम के बाद दरबार साहिब के सज्जादानाीन महंत देवेन्द्र दास महाराज ने संगतों को र्दान दिए। उन्होंने संगतों को गुरु महाराज के दिखाए रास्ते पर चलने का संदेश दिया। मेले के कुशल संचालन के लिए मेला प्रबन्धन समिति व संगतों को आवयक दिशा निर्देश भी दिए। रविवार दोपहर तक दरबार साहिब परिसर संगतों से लगभग पैक हो था। दरबार साहिब के व्यवस्थापक के.सी. जुयाल ने जानकारी दी कि मेला प्रबन्धन की ओर से संगतों के भोजन, ठहरने, पानी व स्वास्थ्य सेवाओं के साथ सुरक्षा की फुलप्रूफ व्यवस्था की गई है। दरबार साहिब के सेवादार संगतों की आवभगत, उनके रहने और खाने की व्यवस्थाओं में जुटे हैं। गुरु राम राय पब्लिक स्कूल तालाब, गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बांबे बाग मातावाला बाग, गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, रेसकोर्स, गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, राजा रोड में भारी संख्या में संगतें पहुंच चुकी हैं। झण्डा मेला आयोजन समिति की ओर से संगतों के लिए शहर की विभिन्न धर्माालाओं और अन्य स्थानों में संगतों के लिए आवासीय व लंगर की समुचित व्यवस्था की गई है।

महंत देवेन्द्र दास महाराज ने झण्डा मेला में शामिल होने के लिए आने वाली संगतों व श्रद्धालुओं से कोविड-19 गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने की अपील की है। उन्होंने सभी संगतों व श्रद्धालुओं का आह्वाहन किया है कि मेला आयोजन में शामिल होने के दौरान सभी श्रद्धालु व संगतें मास्क पहनें, गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने दोहराया कि कोरोना अभी गया नहीं है इसलिए सर्तकता जरूरी है, लापहरवारी घातक भी हो सकती है। इसलिए कोविड गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करते हुए खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों की भी सुरक्षा के लिए जागरूक करें।

रविवार को गिलाफ सिलने का काम लगभग पूरा हो गया है। महिलाएं सिलाई मशीन की मदद से गिलाफ तैयार करने के काम में जुटी हुई हैं। काबिलेगौर है कि झण्डे पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है। सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है। मध्यभाग में सनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है। सबसे बाहर की ओर एक दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है । इस साल नई दिल्ली के बलजिंदर सिंह सैनी को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।

दरबार साहिब प्रबन्धन, झण्डा मेला आयोजन समिति की ओर से आकर्षक साजो सज्जा का बेहतरीन इंतजाम किया गया है। झण्डा मेला आयोजन समिति के व्यवस्थापक के सी जुयाल ने जानकारी दी कि पूरे दरबार साहिब परिसर में विशेष साजो सज्जा की गई है। खासतौर पर रात के समय दरबार साहिब की आभा देखते ही बन रही है। चारों ओर से पड़ रही दुधिया रोशनी के बीच दरबार साहिब बेहद मनमोहक व आकर्षक दिखाई दे रहा है।

देश विदेश से आई संगत गुरु भक्ति में पूरी तरह रम चुकी है। संगतों ने एक से बढ़कर एक गुरु महाराज के भजन गाए व गुरु भक्ति की महिमा में डूबे रहे। बच्चे बड़े महिलाओं ने गुरु महिमा के गुणगान में बढ़चढ़ कर भागीदारी कर रहे हैं।

दरबार साहिब परिसर में महंत इन्दिरेश अस्प्ताल ने मेला अस्पताल शुरू कर दिया गया है। रविवार सुबह से डाॅक्टरों की एक टीम, नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट स्टाफ व अन्य मेडिकल सदस्यों के साथ मेला आयोजन स्थल पर उपलब्ध है। देश विदेश से आने वाली संगतों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए 24 घण्टे मेडिकल टीम उपलब्ध है। महंत इंद्रेश अस्पताल ने आपातकालीन परिस्थितियों के लि 3 एम्बुलेंस भी मेला आयोजन स्थल पर उपलब्ध करवाई हैं। बाजार कोतवाली की ओर से मेला आयोजन स्थल पर मेला थाना भी शुरू कर दिया गया है। 21 मार्च सोमवार को मेला आयोजन स्थल पर निःशुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएग। महंत इन्दिरेश अस्पताल, ब्लड बैंक की टीम रक्तदान शिविर में सहयोग करेगी। संगतों की ओर से बढ़चढ़ कर निःशुल्क रक्तदान शिविर में भागीदारी की जाएगी।

परिसर में सुरक्षा के फुलप्रूफ ईन्तजामात किये गए हैं। मेला आयोजन स्थल पर पुलिस दल के साथ साथ प्राईवेट सिक्योरिटी गार्ड भी नज़र रखे हुए हैं। मेला आयोजन समिति की ओर से करीब 2 दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी कैमरें से हर गतिविधि को बारीकी से देखा जा रहा है।

परम्परा के अनुसार झण्डे जी मेला परिसर में देश विदेश से आई संगतों ने छोटे बच्चों के मुंडन करवाए। झण्डा मेला आयोजन के दौरान विभिन्न मांगलिक अनुष्ठान भी किये जाते हैं। ऐतिहासिक गुरु की नगरी में झण्डे के समक्ष बच्चों का मुंडन कार्य बेहद ही शुभ माना जाता है। रविवार को बहुत से बच्चों के मुंडन कार्य सम्पन्न हुए। इस दौरान बच्चों के माता पिता व नाते रिश्तेदारों ने ढोल की थाप पर नृत्य किया व जमकर खुशियां मनाते नज़र आये।

आज पूरब की संगतों की विदाई होगी मंगलवार 22 मार्च को महंत देवेंद्र दास की अगुआई में झंडे का आरोहण होगा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.